शब्बीर अहमद, भोपाल। Exclusive Report: मध्य प्रदेश के भोपाल में रेलवे के प्रोजेक्ट को लेकर किसान और रेलवे प्रबंधन आमने-सामने आ गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर भोपाल के निशातपुरा के करारिया गांव के पास रेलवे की जमीन पर वंदे भारत का मेंटेनेंस डिपो बनाया जा रहा है, लेकिन इस प्रोजेक्ट का किसान विरोध कर रहे हैं।
निशातपुरा के करारिया गांव के किसान इस वक्त रेलवे के प्रोजेक्ट को लेकर चिंतित और परेशान है। रेलवे मंत्रालय करारिया गांव में वंदे भारत का फुल मेंटेनेंस हब बना रहा है, जिसका काम तेजी चल रहा है। लेकिन इस प्रोजेक्ट को लेकर किसान सबसे ज्यादा परेशान हो चुके हैं। क्योंकि रेलवे ने किसानों के खेत के सामने बाउंड्री वॉल बनाने का फैसला किया है। जिससे किसानों का खेत तक पहुंचने वाला रास्ता बंद हो जाएगा। करीब 150 एकड़ में किसानों की जमीन है। जिस पर जाने की पाबंदी रेलवे की तरफ से लगाई जाएगी। इस मामले को लेकर किसानों ने रेलवे से मदद की गुहार लगाई है। 150 करोड़ रुपए की लागत से निशातपुरा एरिया में डिपो बना है।

किसानों की जमीन पर रेलवे का अधिग्रहण
साल 1984 को जिस दिन इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या की गई। उसी दिन भोपाल में निशातपुरा एरिया में किसानों की जमीन को रेलवे ने अधिग्रहण किया। हालांकि इस लंबी लड़ाई में किसानों को आज तक मुआवजा और नौकरी नहीं मिली। अब एक और नया प्रोजेक्ट लांच होने जा रहा है। पहले तो रेलवे ने 8000 पेड़ काटकर जमीन को बराबर किया। अब किसानों की जमीन की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करने की कोशिश शुरू कर दी है। हालांकि पहले रेलवे ने बाउंड्री वॉल बनाकर थोड़ा सा रास्ता आने जाने के लिए दिया था, लेकिन अब उसे पूरी तरीके से बंद करने का फैसला लिया गया है। किसानों का कहना है कि एक तरफ नाला है, दूसरी तरफ दीवार ऐसे में किसान खेत पर नहीं जा पाएंगे। वंदे भारत के हब को बनाने के लिए रेलवे ने लंबी बाउंड्री वॉल खड़ी कर किसानों के खेतों का एकमात्र रास्ता बंद कर दिया है।
क्या है पूरा विवाद जानिए
- 1984 में रेलवे ने किसानों को खेत तक पहुंचाने के लिए 7 गेट बनाने का आश्वासन दिया था।
- यह तो बन नहीं लेकिन अब रास्ता बंद कर दिया गया है।
- 100 किसानों की 150 एकड़ की जमीन इस प्रोजेक्ट में आकर फंस चुकी है।
- नाले के कारण खेत पर जाने का दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
- यहां से करीब 8000 पेड़ रेलवे ने काट दिए।
- रेलवे ने बाउंड्री वॉल से खेतों पर जाने वाला एक रास्ता भी बंद कर दिया।
रेलवे अधिकारी ने कही ये बात
प्रोजेक्ट को लेकर सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने साफ कर दिया है न काम रोक जाएगा न बदला जाएगा। बाउंड्री वॉल पूरी बनाई जाएगी। क्योंकि सुरक्षा के लिए लिहाज से काफी जरूरी है। अगर किसी तरीके की दिक्कत है तो इसको लेकर रेलवे जिला प्रशासन को मामला भेजेगा। किसानों को निकालने और आने-जाने की जगह के संबंध में चर्चा की जाएगी, लेकिन अभी फिलहाल किसानों की परेशानी इसलिए बड़ी हुई है, क्योंकि सालों से जमीन अधिग्रहण के बाद उन्हें न तो रास्ता मिला न ही मुआवजा और न ही नौकरी ऐसे में वह रेलवे पर भरोसा भला कैसे करें।
मध्य प्रदेश में जब भी रेलवे कोई नया प्रोजेक्ट लेकर आता है, तब कोई नया विवाद निकल के सामने आता है। पिछले दिनों देवास में भी रेल लाइन का ऐसा ही मुद्दा था। अब देखना होगा किसानों की मांग पर क्या कुछ फैसला होता है, क्योंकि रेलवे की तरफ से साफ कर दिया गया है कि रेलवे अपने प्रोजेक्ट में कोई बदलाव नहीं करने जा रहा है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें

