भारत में हर साल लाखों लोग नौकरी की बंधी-बंधाई दिनचर्या से बाहर निकलकर अपने सपनों का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. लेकिन सबसे बड़ी दीवार बनकर सामने आता है – पूंजी का संकट. बिना पैसे के न नया काम शुरू होता है, न पुराने सपने पूरे होते हैं. ऐसे में सरकार की एक योजना लोगों के लिए जीवनरेखा बनकर सामने आई है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. योजना का नाम PM SVANidhi Yojana है. यह वही स्कीम है, जिसने महामारी के बाद तबाह हो चुके छोटे व्यापारियों, रेहड़ी-पटरी वालों और स्ट्रीट वेंडर्स को नई शुरुआत दी.

सरकार दे रही है लोन… वो भी बिना किसी गारंटी!

इस स्कीम की सबसे बड़ी खूबी यह है कि लोन लेने के लिए किसी गारंटी की जरूरत नहीं. न बैंक में दौड़भाग, न लंबा कागज़ी झंझट. सरकार का मकसद सिर्फ इतना है कि छोटे व्यापारी फिर से पटरी पर लौटें और अपनी आजीविका को मजबूत करें. कई लोग यह जानकर चकित हो जाते हैं कि इस स्कीम के लिए केवल एक ही डॉक्यूमेंट की जरूरत है आपका आधार कार्ड. बस यही दस्तावेज आपके पूरे आवेदन का आधार बन जाता है.

90,000 रुपये का लोन मिलता है, लेकिन तीन चौंकाने वाले चरणों में

योजना के तहत मिलने वाला कुल 90,000 रुपये का लोन तीन स्टेप में बांटा गया है, और हर स्टेप आपके बिजनेस की ग्रोथ से जुड़ा है:

पहला चरण: 15,000 रुपए
दूसरा चरण: 25,000 रुपए
तीसरा चरण: 50,000 रुपए

लेकिन यहां एक ट्विस्ट है- दूसरा और तीसरा चरण तभी खुलता है, जब आप पिछले चरण का लोन समय पर चुका देते हैं. यानी जितना बेहतर आप भुगतान करेंगे, उतनी जल्दी आपके लिए बड़ा लोन उपलब्ध होगा.

किसके लिए बनाया गया है यह मिशन?

कोरोना काल के बाद सड़क किनारे दुकान लगाने वाले, ठेला चालकों, सब्जी-फल बेचने वालों और छोटे कारोबारियों की कमर टूट गई थी. कमाई खत्म, पूंजी गायब और व्यापार बर्बाद. ऐसे लोगों को दोबारा खड़ा करने के लिए केंद्र सरकार ने यह स्कीम शुरू की थी. आज यह योजना उन लाखों लोगों के लिए उम्मीद की रोशनी है, जिन्हें बड़े बैंक या तो मना कर देते हैं या गारंटी मांग लेते हैं.