ज्योतिष शास्त्र में मंगल का नक्षत्र परिवर्तन अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है, क्योंकि यह ऊर्जा, साहस, संघर्ष-शक्ति और निर्णय क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है. इस बार मंगल का ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश विशेष महत्व रखता है. ज्येष्ठा नक्षत्र का स्वामी बुध देव हैं, इसलिए इस गोचर में मंगल की तीव्रता और बुध की बुद्धि का अनोखा संगम बनेगा. यह संयोजन कई राशियों के लिए प्रगति, अवसर और चुनौतियों की नई दिशा तय करेगा.

कार्यक्षेत्र में नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी

मेष, सिंह और धनु राशि वालों के लिए यह अवधि ऊर्जा और उपलब्धियों वाला समय बन सकती है. नई परियोजनाओं में तेजी आएगी और अटके हुए काम गति पकड़ेंगे. हालांकि, क्रोध और जल्दबाजी से बचना जरूरी होगा, अन्यथा लाभ के रास्ते में बाधा भी आ सकती है. कार्यक्षेत्र में नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी और प्रतिस्पर्धा जीतने के अवसर मिलेंगे.

महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं

वृष, कर्क और मकर राशि के जातकों के लिए यह गोचर घरेलू और संपत्ति-संबंधी मामलों पर ध्यान केंद्रित करवाएगा. परिवार में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं. घर-गृहस्थी और भूमि-भवन से जुड़े कामों में सक्रियता बढ़ेगी. भावनात्मक संतुलन बनाए रखना इस समय सबसे जरूरी रहेगा.

निर्णय क्षमता को मजबूत करेगा

मिथुन, तुला और मीन राशि वाले संवाद, साझेदारी और समझौतों में लाभ पा सकते हैं. बुध का प्रभाव उनकी निर्णय क्षमता को मजबूत करेगा और बातचीत में निपुणता बढ़ाएगा. व्यापारिक सौदे और नए कॉन्टैक्ट फायदा देंगे, लेकिन अति-आशावाद से बचना बेहतर रहेगा.

मानसिक उतार-चढ़ाव का समय

कन्या, वृश्चिक और कुंभ राशि पर मानसिक उतार-चढ़ाव और बेचैनी बढ़ सकती है. मंगल की तीव्र ऊर्जा योजनाओं को आगे बढ़ाएगी, लेकिन अधीरता निर्णयों को प्रभावित कर सकती है. वित्तीय मामलों को सोच-समझकर संभालना चाहिए. धैर्य और अनुशासन इस अवधि की कुंजी रहेगा.