अमित मंकोडी, आष्टा (सीहोर)। मध्य प्रदेश के आष्टा नगर पालिका कार्यालय के सामने आउटसोर्स कर्मचारी ने हड़ताल शुरू कर दी। उनका कहना है कि नगर पालिका के जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। न समय पर वेतन मिलता है और न ही पीएफ दिया जा रहा है। यहां तक कि 85 आउटसोर्स कर्मचारी को बिना सूचना हटा दिया गया है। जिससे रोजी रोटी पर संकट आ गया है। कर्मचारियों ने यह भी बताया कि पिछले दिनों धरना प्रदर्शन भी किया गया था।

85 आउटसोर्स कर्मचारी को बिना सूचना के हटाया

पिछले दिनों आष्टा नगर पालिका ने 85 आउटसोर्स कर्मचारी को बिना सूचना के हटा दिया था। मध्य प्रदेश वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश सचिव राहुल वाल्मीकि ने बताया है कि कई बार नगर पालिका के जिम्मेदारों को बता दिया है। आज मजबूर अनिश्चितकालीन हड़ताल करनी पड़ी। ठेकेदार के मार्फत काम कर रहे थे।

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18 महीने का पीएफ भी नहीं मिला

इसमें सबसे ज्यादा शोषण ठेकेदार ने किया है। कलेक्टर रेट के बावजूद भी इनको वेतन कम दिया गया। यहां तक कि 18 महीने का पीएफ भी नहीं दिया गया। हर महीने वेतन भी काफी विलंब से दिया जाता है। इन सब परेशानियों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने पिछले दिनों सीएमओ, नगर पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन भी सौंपे थे। लेकिन एक हफ्ते बाद भी उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया। मजबूरन अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करनी पड़ी। वहीं सीएमओ ने कहा कि ठेकेदार ने ठेका निरस्त कर दिया है। राजधानी भोपाल में शिकायत करनी होगी।

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