ग्रहों के राजकुमार बुध वक्री अवस्था में तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार, बुध कम्युनिकेशन, टेक्नोलॉजी, व्यापार और बुद्धि का कारक माना जाता है. इसका राशि परिवर्तन लंबे समय के बदलाव और महत्वपूर्ण निर्णयों पर गहरा प्रभाव डालता है. जब बुध वक्री होते हैं तो गलतफहमियां, यात्रा में व्यवधान और तकनीक से जुड़े कामों में बाधाएं बढ़ जाती हैं, लेकिन 23 नवंबर को तुला में प्रवेश के साथ ही लक्ष्मीनारायण योग बन रहा है, जो कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ फलदायक रहेगा.

मेष राशि – बुध का गोचर साझेदारी और रिश्तों के क्षेत्र को सक्रिय करेगा. लंबे समय से रुके कार्य आगे बढ़ेंगे. नए कॉन्ट्रैक्ट या समझौते लाभ देंगे. जीवनसाथी की ओर से सहयोग बढ़ेगा और करियर में संतुलन बन पाएगा.

मिथुन राशि – मिथुन वालों के लिए यह गोचर बेहद शुभ माना जा रहा है. रचनात्मकता बढ़ेगी, नए काम शुरू करने के अवसर मिलेंगे. छात्रों, लेखन, मीडिया और कम्युनिकेशन से जुड़े लोगों को बड़ा फायदा होगा. आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत साफ दिखेंगे.

कन्या राशि – कन्या राशि के स्वामी भी बुध ही हैं, इसलिए गोचर का असर दोगुना शुभ रहेगा. अटके हुए पैसों की प्राप्ति होगी, नौकरी में प्रमोशन या नई जिम्मेदारी मिलने के योग बनेंगे. कारोबारियों के लिए यह समय विस्तार और मुनाफा बढ़ाने वाला होगा.

तुला राशि – तुला में ही बुध का प्रवेश लक्ष्मीनारायण योग को शक्ति देता है. इस दौरान मान–प्रतिष्ठा बढ़ेगी, नए लोगों से जुड़ने के अवसर मिलेंगे. धन लाभ, नए प्रोजेक्ट और करियर में नई दिशा मिलने के संकेत हैं. तकनीक और मार्केटिंग से जुड़े लोगों को विशेष लाभ होगा.

धनु राशि – धनु राशि के जातकों को लंबे समय के लिए मजबूत वित्तीय अवसर मिल सकते हैं. विदेश से जुड़े कार्य, यात्रा या नए कॉन्टैक्ट के जरिए लाभ होने के योग हैं. पुरानी योजनाएं अब गति पकड़ेंगी.