पटना। बिहार में नई सरकार के शपथ लेने के बाद अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। जेडीयू और बीजेपी दोनों के शीर्ष नेताओं ने जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि यह सरकार उनके सपनों को पूरा करने के लिए बनी है न कि सिर्फ सत्ता चलाने के लिए।
विकास की राह चुनी
जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने नई सरकार की प्राथमिकताओं का संकेत देते हुए कहा कि जनादेश स्पष्ट है और लोगों ने विकास की राह चुनी है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाजी रिकॉर्ड को याद दिलाते हुए कहा नीतीश कुमार का इतिहास रहा है कि जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। उन्होंने कभी ऐसा वादा नहीं किया जो वे निभा न सकें।
1 करोड़ नौकरियों का जो संकल्प
झा के मुताबिक युवाओं को 1 करोड़ नौकरियों का जो संकल्प लिया गया है वह सिर्फ चुनावी घोषणा नहीं, बल्कि सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। उन्होंने इसे बिहार के लिए बहुत बड़ा क्षण बताते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार से विकास की गति और तेज़ होगी।
परिभाषा समझ ही नहीं आई
भाजपा अध्यक्ष और मंत्री दिलीप जायसवाल ने विपक्ष पर परिवारवाद को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष को परिवारवाद की असल परिभाषा समझ ही नहीं आई है। परिवारवाद का मतलब यह नहीं कि कोई पार्टी में रिश्तेदार हों। परिवारवाद तब होता है जब प्रधानमंत्री का बेटा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का बेटा मुख्यमंत्री बनने पर जोर दे। जायसवाल का कहना था कि बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि असली परिवारवाद क्या है और किस तरह यह राजनीति और शासन दोनों को नुकसान पहुंचाता है।
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