नितिन नामदेव, रायपुर। चंद्रखुरी में भगवान राम की भव्य नई मूर्ति स्थापना के संबंध में आ रही खबरों के बीच सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है. सांसद ने कार्य में हो रहे विलंब पर चिंता जताते हुए तीन महीने के भीतर मूर्ति स्थापना सुनिश्चित करने की मांग की है.

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सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखे पत्र में कहा कि यह अत्यंत खेद का विषय है कि माँ कौशल्या की जन्मभूमि चंद्रखुरी में लगभग दो वर्ष व्यतीत होने के बावजूद मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की मूर्ति परिवर्तन की प्रक्रिया आज तक पूर्ण नहीं हो सकी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, नई मूर्ति का निर्माण ग्वालियर, मध्यप्रदेश में संपन्न कराया गया है, किन्तु विभागीय उदासीनता के कारण उसे छत्तीसगढ लाने बजाय किसी अन्य राज्य में स्थापित किए जाने की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इसके कारण चंद्रखुरी में अपेक्षित मूर्ति आज तक प्रतिस्थापित नहीं हो पाई है, जिससे सनातन धर्मावलंबियों तथा प्रदेशवासियों के मन में शासन-प्रशासन के प्रति असंतोष एवं निराशा व्याप्त है.

अतः आपसे विनम्र आग्रह है कि इस अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को स्पष्ट निर्देश प्रदान किया जाएं कि अगले तीन माह के भीतर चंद्रखुरी में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की गरिमा – सम्मत भव्य मूर्ति की स्थापना सुनिश्चित की जाए. माँ कौशल्या की जन्मभूमि चंद्रखुरी के समग्र एवं सुव्यवस्थित विकास हेतु एक विस्तारपूर्ण मास्टर प्लान तैयार कर प्राथमिकता के आधार पर कार्य आरंभ कराया जाना अति आवश्यक है.

भुगतान नहीं होने से बिगड़ी बात

बता दें कि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भगवान राम के वनवासी स्वरूप वाली 51 फ़ीट ऊंची भव्य प्रतिमा 5 महीने से तैयार रखी है. राष्ट्रपति सम्मानित ग्वालियर के मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा द्वारा बनाई गई इस मूर्ति को चंदखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में स्थापित किया जाना था. लेकिन मूर्ति का आर्डर देने वाले ठेकेदार के भुगतान नहीं करने की वजह से इस मूर्ति को मध्यप्रदेश के मुरैना जिले स्थित एति पर्वत शनि धाम पर स्थापित किया जाएगा.

मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा का कहना है कि छत्तीसगढ़ के ठेकेदार ने 10 लाख का एडवांस दिया था. जबकि 70 लाख का बचा हुआ पेमेंट नही किया है. अब अगर वह बचा हुआ भुगतान करेंगे तो नए सिरे से मूर्ति तैयार की जाएगी.

दरअसल, चंदखुरी में वर्तमान में स्थापित भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण कार्य में बहुत सारी खामियां सामने आ चुकी है. प्रतिमा के चेहरे से लेकर शरीर के आकार पर गौर किया जाए तो उसमें भगवान श्री राम के स्वरूप की छवि ही नहीं आती है. लोगों की आपत्तियों के मद्देनजर नई प्रतिमा की स्थापना का निर्णय लेते हुए मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा को प्रतिमा के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था.