प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। स्कूल में बच्चों को सीख देने वाली एक महिला शिक्षक आज खुद सरकारी सिस्टम की लापरवाही के आगे बेबस है. अपने मृत पति के मेडिकल क्लेम, अंशदान और पेंशन के लिए विभागीय दफ्तरों के चक्कर लगाकर थक चुकी सीमा साहू ने पंडरिया विधायक भावना बोहरा के पास जाकर न्याय की गुहार लगाई. विधायक ने जिम्मेदार अफसरों से बात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया.

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तमरुवा गांव में पदस्थ शिक्षक सीमा साहू के पति दिवंगत सहायक शिक्षक मुकेश साहू की कोरोना काल में मौत हुई थी. अनुकंपा नियुक्ति के तहत सीमा को उसी गांव के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ किया गया. वह पूरी निष्ठा से बच्चों को पढ़ा रही हैं, मगर अपने अधिकारों के लिए विभाग की उपेक्षा और फाइलों के भटकाव का सामना कर रही हैं.

पीड़ित महिला का आरोप है कि चार साल पहले उसने सभी दस्तावेज जमा कर दिए थे. लेकिन न डीईओ कार्यालय और न बीईओ कार्यालय से कोई स्पष्ट जवाब मिला. कभी कहा जाता है “फाइल गायब है”, कभी कहा जाता है “जांच में है”, और वह महीने-दर-महीने दफ्तरों के चक्कर लगाती रह जाती है.

महिला शिक्षक ने आरोप लगाया कि मेडिकल क्लेम पास कराने के लिए एक शिक्षक ने घूस मांगी थी. मजबूरी में उन्होंने पैसे दिए भी, लेकिन वह शिक्षक ट्रांसफर होकर चला गया, और उनका केस आज भी अधर में लटका है. इस मामले में BEO संजय दुबे ने कहा कि मैं अभी नया आया हूं, प्रकरण की जानकारी नहीं थी. डीईओ कार्यालय को पत्र भेजकर पूरी रिपोर्ट मंगाई जा रही है. पीड़िता को जल्द राहत दिलाने का प्रयास होगा.