अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए है। बीते दिन उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उनके साथ 26 मंत्रियों ने भी शपथ ली और अब बिहार के नए मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार को मिलकार 24 सदस्य हैं, लेकिन रोहतास जिले से स्नेहलता
को मंत्री नहीं बनाए जाने से माले नेता अशोक बैठा ने मीडिया से बातचीत में जनता की इसी पीड़ा को लेकर आवाज उठाई।
स्नेहलता को जीत दिलाई थी
माले नेता अशोक बैठा ने सासाराम की जनता, जिसने बड़े भरोसे के साथ एनडीए प्रत्याशी स्नेहलता को जीत दिलाई थी, अब खुद को ठगा महसूस कर रही है। चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार कहा गया था कि इस बार सासाराम विधायक नहीं, मंत्री चुनेगा और क्षेत्र के विकास की नई कहानी लिखी जाएगी, लेकिन सरकार गठन के बाद स्थिति बिल्कुल उलट नजर आ रही है।
उम्मीदों पर सीधा प्रहार
माले नेता अशोक बैठा ने स्नेहलता को मंत्री पद न मिलना लोगों की उम्मीदों पर सीधा प्रहार है। इतना ही नहीं, उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा पर भी तीखा आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी पत्नी को मंत्री बनाने की बात कहकर वोट मांगे थे, लेकिन आखिरी समय में अपने बेटे को पद दिलाकर सासाराम की जनता के साथ खुला छल किया है।
असंतोष पैदा कर दिया
अशोक बैठा ने कहा कि सासाराम के मतदाताओं ने भारी बहुमत देकर प्रदेश राजनीति में अपनी मजबूत मौजूदगी का संकेत दिया था। उनकी उम्मीद थी कि कैबिनेट में क्षेत्र को वाजिब प्रतिनिधित्व मिलेगा। लेकिन मंत्री पद की अनदेखी ने लोगों में गहरा असंतोष पैदा कर दिया है।
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