अजयारविंद नामदेव, शहडोल। अक्सर लोग यह सोचते हैं कि शुगर यानी डायबिटीज केवल इंसानों की बीमारी है, लेकिन मध्य प्रदेश के शहडोल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने इस धारणा को पूरी तरह बदल दिया है। धनपुरी नगर रेलवे कॉलोनी निवासी सूरज श्रीवास्तव के पालतू कुत्ते ‘डॉलर’ को अचानक आंखों से दिखाई देना बंद हो गया। जब जांच कराई गई तो रिपोर्ट देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। डॉलर की शुगर 500 से ज्यादा थी, जो जानवरों में बेहद दुर्लभ और खतरनाक स्तर माना जाता है।
जानवरों से प्रेम की कई कहानियां सामने आती हैं, लेकिन शहडोल जिले के धनपुरी नगर रेलवे कॉलोनी निवासी सूरज श्रीवास्तव की कहानी अनोखी और भावुक कर देने वाली है। सूरज जिन्हें लोग डॉग लवर के नाम से जानते हैं, अपने पालतू कुत्ते डॉलर को परिवार का सदस्य मानते हैं। हाल ही में डॉलर अचानक देखने में दिक्कत महसूस करने लगा और कुछ ही दिनों में उसकी आंखों की रोशनी चली गई, परेशान सूरज उसे तुरंत शहडोल के वेटनरी डॉक्टरों के पास ले गए, जहां जांच रिपोर्ट ने सभी को हिला दिया।
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स्पेशलिस्ट कर रहे इलाज
पालतू डॉग डॉलर की ब्लड शुगर 500 से भी ऊपर थी। हाई शुगर के कारण आंखों की नसों पर असर पड़ा और उसकी रोशनी चली गई। सूरज इस घटना से बेहद दुखी हुए और तुरंत उच्च इलाज के लिए डॉलर को जबलपुर के वेटनरी स्पेशलिस्ट के पास ले गए। वर्तमान में डॉलर का इलाज जारी है और उसे विशेष इंसुलिन व दवाइयां दी जा रही हैं।
डॉक्टरों ने कही ये बात
चिकित्सकों के अनुसार, जानवरों में शुगर की बीमारी कम देखी जाती है, लेकिन गलत खानपान, उम्र बढ़ना, मोटापा, हार्मोनल गड़बड़ी या अनुवांशिक कारण ऐसी स्थिति पैदा कर सकते हैं। यदि समय रहते जांच न हो तो आंखों की रोशनी खोना, किडनी डैमेज, कमजोरी और अन्य गंभीर समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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डॉलर मेरे बच्चे जैसा…
सूरज बताते हैं कि डॉलर उनके लिए सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य है। वे बचपन से कुत्ते पालते आए हैं और जानवरों से गहरा लगाव रखते हैं। डॉलर की बीमारी ने हमें हिला दिया, लेकिन उसे फिर से ठीक देखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। सूरज कहते हैं कि डॉलर सिर्फ पालतू जानवर नहीं, मेरे बच्चों जैसा है। उसकी तकलीफ मेरी तकलीफ है। इलाज के लिए चाहे जितना खर्च करना पड़े, उसे ठीक कर के ही दम लूंगा।
मालिक के प्यार ने उम्मीद को किया जिंदा
यह मामला साबित करता है कि जानवर भी गंभीर बीमारियों से जूझ सकते हैं। उनकी नियमित जांच, सही भोजन और समय पर इलाज बेहद जरूरी है। डॉलर की जंग जारी है और उसका परिवार उसकी पूरी देखभाल में जुटा हुआ है। शुगर जैसी दुर्लभ बीमारी ने भले ही डॉलर की रोशनी छीन ली, लेकिन उसके मालिक का प्यार और समर्पण उसकी उम्मीद को जिंदा रखे हुए है।
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