भिलाई. जिले में रेडियोलॉजिस्ट का टोटा है. आलम यह है कि जिला अस्पताल में केवल दो घंटे हो रही सोनोग्राफी, एमएलसी प्रकरणों की रिपोर्टिंग नहीं, मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल में सोनोग्राफी करवाने मजबूर हैं. महिलाओं के लिए खास तौर पर चल रही जननी सुरक्षा योजना में सोनोग्राफी की अनिवार्यता जरूर है लेकिन इसका लाभ ही नहीं मिल रहा है. मेडिकल अफसरों को मरीजों के इलाज में दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
शर्तों पर लौटे हैं रिटायर्ट रेडियोलॉजिस्ट: जिला अस्पताल में दो महीने पहले रेडियोलॉजिस्ट डॉ. बीपी देवांगन रिटायर हो गए. जिला अस्पताल प्रबंधन डॉ. देवांगन की संविदा नियुक्ति की है. डॉ. देवांगन ने अपनी नियुक्ति की शर्त में यह साफ किया था कि वे केवल सोनोग्राफी करेंगे, रिपोटिंग नहीं. इसलिए अब केवल दो घंटे की सोनोग्राफी मरीजों की करते हैं. रोजाना 15 सोनोग्राफी हो रही है. अस्पताल प्रबंधन द्वारा डीएमएफ से रेडियोलॉजिस्ट की संविदा नियुक्त के लिए पैसे भी मिल चुके हैं. लेकिन रेडियोलॉजिस्ट ही नहीं मिल रहे हैं.

निजी अस्पताल से अनुबंध किया खत्म: जिला अस्पताल में एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने की वजह से प्रबंधन ने एक निजी सोनोग्राफी सेंटर से अनुबंध किया था. सरकारी अस्पतालों के एक मरीज की सोनोग्राफी के एवज में 2 हजार का भुगतान किया जा रहा था. डॉ. देवागंन की नियुक्ति के बाद प्रबंधन ने इस अनुबंध को समाप्त कर दिया है. महीने में प्राइवेट सेंटर को 2 लाख रुपए से ज्यादा का भुगतान करना पड़ता था.
15-20 दिनों के बाद मिल रही है डेट: जिला अस्पताल में ज्यादातर सोनोग्राफी जिले के शहरी स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से रेफर मरीज होते हैं. जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं होती हैं. शहरी क्षेत्र में श्रमिक बस्तियों की महिलाएं होती है. इनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ये सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने आती है. महिलाओं ने बताया कि जिला अस्पताल में सोनोग्राफी के लिए 15 से 20 दिनों के बाद डेट दी जा रही है.
पीडीएस का चावल पहुंच रहा किराना दुकानों में
पाटन. पीडीएस चावल की कालाबाजारी आम हो गई है. पहले राइस मिलर्स से सांठगांठ कर राशन दुकानों से सरकारी चावल पहले राइस मिलों तक पहुंच रहा था. अब किराना दुकानों में भी पहुंचने लगा है. पाटन की अधिकांश राशन दुकानों में कुछ ऐसा ही खेल चल रहा है. खास बात यह है कि शिकायत के बाद भी ऐसे मामलों में कहीं कोई कार्रवाई नहीं हो रही. अवैध कारोबार करने वाले बेखौफ हैं.
वहीं खाद्य विभाग को इस पूरे मामले में लिखित शिकायत का इंतजार है. वहीं राशन दुकानों में हितग्राहियों से पूछा जाता है कि चावल चाहिए या पैसा, पैसा मांगने पर 24 रुपए किलो के हिसाब से पैसा दे दिया जाता है. वहीं तौल में रिकार्ड दर्ज हो जाता है और कालाबाजारी हो जाती है. खाद्य विभाग इसे रोकने में पूरी तरह फेल साबित हो रहा है. राशन दुकानों से गरीबों का राशन नसीब नहीं हो रहा है. इसके चलते यहां राशन दुकानों में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है . पाटन के कई किराना दुकानों में पीडीएस का चावल आसानी से मिल जाता है.
कालाबाजारी में दलाल सक्रिय: नगर पंचायत पाटन के विभिन्न वार्डों में पीडीएस चावल को मेटाडोर से लोडिंग कर मंजिल तक पहुंचाया जा रहा है. चावल लोड होने के बाद दलाल अपने वाहनों से किराना दुकान तक आसानी से पहुंचाया जा रहा है. पीडीएस चावल मुनाफाखोरों के हाथ लगने से बीपीएल परिवारों तक चावल नहीं मिल रहा है. पीडीएस चावल के कारोबार में पाट के कई रसूखदार इसमें शामिल हैं. रसूखदार अपनी सेटिंग के कारण अवैध कारोबार को बंद ना हो इस कारण विभाग को भी पूरी तरह से कंट्रोल कर रखा है. पीडीएस चावल अवैध कारोबार को लेकर खाद्य विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है लेकिन सिर्फ खानापूर्ति की कार्रवाई की जाती है. यहां लंबे समय से यह कारोबार जारी है.
आदिवासी क्रांतिकारी कंगला मांझी के गांव में 5 से मांझी महोत्सव
भिलाई. आदिवासी क्रांतिकारी हीरा सिंह देव कंगला मांझी के गांव बघमार बालोद में 5 से 7 दिसंबर तक तीन दिवसीय मांझी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. 6 को विराट अगासदिया सम्मान छत्तीसगढ़ के विभिन्न महापुरुषों की स्मृति में प्रदान किया जाएगा. दोपहर तीन बजे सम्मान समारोह शुरू होगा. इस अवसर पर लोकदल लोकमया का प्रदर्शन भी होगा.
5 दिसंबर को लोकधारा कंडरका का प्रदर्शन होगा. विराट मांझी मेले में माझी सैनिकों की परेड का नेतृत्व मांझी के पुत्र कुंभदेव कांगे सैनिकों के कमांडर करेंगे. गुजरा गांव के सपूत कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर भिलाई पहुंचे. आमदीनगर के वरिष्ठ नागरिक डामन लाल साहू और जयंती भाई ने शाल श्रीफल से उनका सम्मान किया. इस अवसर पर अगासदिया परिवार के महेश वर्मा, स्मिता वर्मा, नीतीश कुमार, राजेन्द्र साहू उपस्थित थे.
मैत्रीबाग में जानवरों को ठंड से बचाने किए इंतजाम
भिलाई. ठंड बढ़ने के साथ ही मैत्रीबाग जू में जानवरों और पक्षियों के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. सर्दी से बचाने के लिए वन्य प्राणियों की देखभाल बढा दी गई है और खानपान का भी खास ध्यान रखा जा रहा है.
शहर में पिछले पखवाड़े भर से ठंड ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है. दिन में ठंडी पड़ने के साथ शाम होते ही पारा गिरने लगा है. दिसंबर के पहले हफ्ते में कड़ाके की ठंड के साथ शीत लहर चलने के आसार हैं. इसे देखते हुए प्रबंधन द्वारा मैत्रीबाग चिड़ियाघर में वन्य प्राणियों को ठंडी से बचाने लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. हिरणों के बाड़े में अलाव जलाए जा रहे है. जू में करीबन सवा सौ हिरण हैं. भालुओं और वाइट टाइगर के एनक्लोजर में कैज के सामने में सिगड़ी से गर्माहट रखी जा रही है. अन्य संवेदनशील जानवरों को भी सर्दी न लगे, इसके लिए इंतजाम किए गए हैं.
चिड़ियाघर में जानवरों के अलावा परिंदों के लिए भी जतन किए गए हैं. बर्ड्स काम्पलेक्स में पक्षियों के कैज के सामने चटाई लगाई गई है. इससे उन्हें सर्द हवाओं से बचाने में मदद मिलेगी. जू में पिकांक, लव बर्ड्स, एडजूटेंड स्टार्क, पैरेट आदि सौ से अधिक पक्षी हैं. विशेषज्ञों ने बताया कि पक्षी संवेदनशील होते हैं अधिक ठंड पड़ने पर उन्हें सर्दी लगने का खतरा होता है. लिहाजा गर्माहट के लिए पूरे बर्ड्स काम्पलेक्स में परिदों के जालीदार कैजों के बाहर चटाई लगाई गई है.
खानपान का भी रखा जा रहा खास ध्यान: मैत्रीबाग चिड़ियाघर में आने वाले दिनों में ठंडी बढ़ने की संभावना को देखते हुए सर्दी का असर वन्य प्राणियों पर न पड़े, इसके लिए देखभाल के साथ खानपान पर नजर रखी जा रही है. ठंड में जानवरों की खुराक बढ़ जाती है. लेकिन ठंडी तासीर की खाद्य सामग्रियों से एहतियात बरतने की जरुरत होती है. ठंडी में भालुओं को खीरा, फल और हरी सब्जियां खूब भाती हैं. जानवरो को गर्मी की तरह इस मौसम में डीहाइड्रेशन की शिकायत नहीं होती लेकिन डाइट को संतुलित रखा जाता है.
रविशंकर स्टेडियम परिसर में निर्मित इंडोर बैडमिंटन कोर्ट का लोकार्पण
दुर्ग. रविशंकर स्टेडियम परिसर के पास नवनिर्मित आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इंडोर बैडमिंटन कोर्ट का मंत्री गजेन्द्र यादव ने शुक्रवार को लोकार्पण किया. डेढ़ करोड़ की लागत से तैयार इस नवनिर्मित कोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम में शहर के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, नागरिक एवं बड़ी संख्या में मौजूद खिलाड़ीगण ने शामिल हुए.
इस अवसर पर शिक्षा ग्रामोद्योग एवं विधी विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में दुर्ग रविशंकर स्टेडियम परिसर में निर्मित शहर के प्रथम इंडोर बैडमिंटन कोर्ट की सुविधा से न सिर्फ खिलाड़ियों को बेहतर मंच प्रदान करेगी, बल्कि खिलाड़यों को ऊर्जा देने की दिशा में मजबूत कदम है. इस कोर्ट के साथ ही शहर में स्वीमिंग पुल और बघेरा में स्टेडियम का निर्माण जारी है जिससे खिलाड़यों का प्रैक्टिस करने उपयुक्त स्थल मिल सके और उनके खेल प्रतिभा को तराशा जा सके.
1.50 करोड़ की लागत से लगभग 13,500 स्क्वायर फीट पर निर्मित शहर के प्रथम इंडोर बैडमिंटन कोर्ट में वुडन फ्लोरिंग, उच्च गुणवत्ता वाली एलईडी लाइटिंग और अंतरराष्ट्रीय मानकों की सुविधाओं से सुसज्जित है. इससे खिलाड़ियों को रात में भी अभ्यास की सुविधा मिलेगी.
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