जगदलपुर। बस्तर में कुख्यात नक्सली हिडमा की मौत अब बड़े विवाद का रूप ले चुकी है. बस्तर राज मोर्चा का दावा है कि यह कोई पुलिस मुठभेड़ नहीं बल्कि नक्सली संगठन के भीतर शीर्ष नेताओं की सत्ता-संघर्ष से उपजा षड्यंत्र था.

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मोर्चा नेता मनीष कुंजाम का कहना है कि हिडमा आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने की तैयारी कर चुका था, जिससे शीर्ष नेताओं में असहजता बढ़ी. इसी वजह से योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या की गई और घटना को मुठभेड़ का रूप दिया गया. संगठन ने 23 नवंबर को देशव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाने की घोषणा की है.

वहीं नक्सलियों के प्रवक्ता अभय ने भी पर्चा जारी कर दावा किया है कि हिडमा इलाज के दौरान पकड़ा गया और सरेंडर कराने में विफल होने पर उसे छह साथियों सहित मार दिया गया. इन गंभीर आरोपों पर सुरक्षा एजेंसियों की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. स्वतंत्र जांच की मांग तेज हो रही है.

फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनलिस्ट तय

जगदलपुर। जगदलपुर के सिटी ग्राउंड में शुक्रवार को खेले गए दोनों सेमीफाइनल मुकाबले रोमांच से भरे रहे. पहले मैच में तमिलनाडु पुलिस ने डीएफए बस्तर को 1-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई. निर्णायक गोल 40वें मिनट में एमडी इंद्रेश ने दागा. बस्तर की टीम मौके बनाने के बावजूद गोल नहीं कर सकी. कई खिलाड़ियों को येलो कार्ड भी दिखाया गया.

दूसरे सेमीफाइनल में आरकेएम नारायणपुर ने एमईजी बेंगलुरु को 3-0 से मात दी. पहला हाफ बराबरी पर छूटा, लेकिन दूसरे हाफ में शशिकांत, संतोष और मनीष ने लगातार तीन गोल दागकर मैच एकतरफा बना दिया. अब रविवार के फाइनल में तमिलनाडु पुलिस और आरकेएम नारायणपुर के बीच खिताबी भिड़ंत होगी.

जनजातीय इतिहास पर महाविद्यालय में लगी कार्यशाला

कोण्डागांव। जिले के चैयतूगायता (आलोर) शासकीय महाविद्यालय में जनजातीय समाज के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक योगदान पर कार्यशाला आयोजित की गई. मुख्य वक्ता गोरखनाथ बघेल ने गुमनाम जनजातीय क्रांतिकारियों के योगदान और अरण्य संस्कृति की विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की. तिलका मांझी जैसे योद्धाओं का उल्लेख कर उन्होंने छात्रों में गौरवबोध जगाया. एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को जीवंत बना दिया. इस दौरान कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना का आगमन भी हुआ, जिससे कार्यक्रम की गरिमा बढ़ी. स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों और बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया.

धान खरीदी शुरू होने से किसानों ने ली राहत की सांस

कोंडागांव। दमकसा क्षेत्र के पुजारीपारा खरीदी केंद्र में आखिरकार धान खरीदी शुरू हो गई. सरपंच और नोडल अधिकारियों ने पूजा-अर्चना कर खरीदी प्रक्रिया का शुभारंभ किया. हड़ताल और तकनीकी बाधाओं के चलते कई केंद्र बंद थे, जिससे किसान लगातार परेशान थे. व्यवस्था सामान्य होने पर खरीदी शुरू होते ही किसानों ने राहत जताई. इधर बड़गांव में भी पांच दिन बाद खरीदी कार्य प्रारंभ हुआ. किसानों को टोकन के आधार पर धान लाने कहा गया है. मजदूरों की कमी धीरे-धीरे दूर की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि अब खरीदी नियमित रूप से जारी रहेगी.

जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ

दंतेवाड़ा। जिले में जिला स्तरीय बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ मां दंतेश्वरी के छायाचित्र पर पूजा-अर्चना कर किया गया. गांव से लेकर जिला स्तर तक 40 हजार से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया है.

विधायक चैतराम अटामी ने बताया कि बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम जैसे आयोजन क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को नई दिशा दे रहे हैं. शुरुआती दिन ही 100 मीटर दौड़, तीरंदाजी और वॉलीबॉल के मुकाबले हुए. उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी संभाग स्तर पर चयनित होंगे और उन्हें राज्य से प्रशस्ति-पत्र भी दिए जाएंगे. आयोजन ने क्षेत्र की खेल प्रतिभा को बड़ा मंच दिया है.

रोजगार सहायकों का आंदोलन तेज, ज्ञापन सौंपकर मांगी प्राथमिकता

जगदलपुर। बस्तर संभागभर से आए ग्राम रोजगार सहायकों ने जगदलपुर में रैली निकालकर नियमितीकरण और पंचायत सचिव भर्ती में प्राथमिकता की मांग की. उनका कहना है कि पहले अनुभव के आधार पर 30 अंक मिलते थे, लेकिन अब इसे घटाकर मात्र 5 कर दिया गया है, जो अन्यायपूर्ण है. वे 20 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत हैं, और उम्रदराज हो चुके कई सहायकों के सामने भविष्य का संकट खड़ा हो गया है. रैली कृषि उपज मंडी प्रांगण से शुरू होकर मुख्य मार्गों से होते हुए संभागायुक्त कार्यालय पहुंची, जहां सीएम और मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. संगठन ने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन और उग्र होगा.

अवैध हॉट मिक्स प्लांट पर कार्रवाई नहीं, वन विभाग पर सवाल

कांकेर। जिले के दहीकोंगा क्षेत्र में संचालित हॉट मिक्स प्लांट एक बार फिर विवादों में है. बिना अनुमति लगाए गए इस प्लांट को हटाने के लिए वन विभाग ने तीन बार नोटिस जारी किया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.

ठेकेदार ने लिखित रूप से संचालन बंद करने की बात कही थी, फिर भी प्लांट दोबारा चालू कर दिया गया है. स्थानीय नागरिक और पर्यावरण प्रेमी आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. उनका कहना है कि सामान्य लोगों पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन प्रभावशाली लोगों पर विभाग नरम रहता है. वन विभाग ने कहा है कि पुनः कार्य शुरू होने की सूचना उच्चाधिकारियों को भेजी गई है.

रेंजर बनाम डिप्टी रेंजर विवाद, एसोसिएशन कोर्ट जाने की तैयारी में

कांकेर–बीजापुर–सुकमा। छत्तीसगढ़ रेंजर्स एसोसिएशन ने वन विभाग में डिप्टी रेंजरों को रेंजर पदों का प्रभार दिए जाने पर आपत्ति जताई है.

एसोसिएशन का कहना है कि रेंजर उपलब्ध होने के बावजूद वरिष्ठ पदों का चार्ज डिप्टी रेंजरों को देना नियमों के खिलाफ है. बीजापुर, सुकमा और कांकेर के अनेक परिक्षेत्रों में डिप्टी रेंजर प्रभार में हैं, कुछ तो दोहरे प्रभार संभाल रहे हैं. एसोसिएशन ने मांग की है कि सभी परिक्षेत्रों में रेंजरों को उचित प्रभार दिया जाए, अन्यथा उन्हें न्यायालय की शरण लेनी होगी. कई स्थानों पर उड़नदस्ते के रेंजरों को भी प्रभार नहीं दिया गया है, जिससे असंतोष बढ़ गया है.

स्कूलों में पढ़ाई ठप, SIR कार्य ने बढ़ाई परेशानी

कांकेर/नारायणपुर। छमाही परीक्षा नजदीक है, लेकिन जिले में स्कूलों की पढ़ाई ठप हो चुकी है. अधिकांश शिक्षक मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) के लिए घर-घर सर्वे में जुटे हैं, जबकि बच्चे स्कूलों में शिक्षकों को ढूंढ रहे हैं.

ग्रामीणों ने तंज कसते हुए कहा कि मतदाता अपने नाम ढूंढ रहे हैं, और शिक्षक मतदाताओं के घर. हालात यह कि हेड मास्टरों को स्कूल में घुसने वाले कुत्तों की निगरानी का नया आदेश मिला है. फील्ड में नेटवर्क बाधा के कारण शिक्षक परेशान हैं और परीक्षा को लेकर छात्रों में बेचैनी बढ़ रही है. कई सरपंच भी इस कार्य में सहयोग नहीं कर रहे, जिससे समस्या और गहरा रही है.

अधूरी सड़क और धूल की मार, ग्रामीणों ने मांगा वैकल्पिक रूट

कांकेर। राष्ट्रीय राजमार्ग SD-130 पर निर्माण कार्य लंबित होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सड़क पर बने बड़े गड्ढे हादसों का खतरा पैदा कर रहे हैं और खदान क्षेत्रों से गुजरने वाले भारी वाहनों की आवाजाही से धूल का प्रकोप बढ़ गया है.

पिछले एक वर्ष से ग्रामीण लगातार समस्या झेल रहे हैं. इसी के विरोध में उन्होंने एसडीओ को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि सड़क पूर्ण होने तक आमदई की दिशा से आने वाले ट्रकों का मार्ग परिवर्तित किया जाए. साथ ही निर्माण एजेंसी को तत्काल काम शुरू करने और सड़क पर रोज पानी छिड़काव सुनिश्चित करने की मांग की गई है.