Australia vs England: 22 नवंबर की तारीख टेस्ट क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पर्थ में खेला जा रहा एशेज सीरीज का पहला टेस्ट मैच अब सिर्फ एक मुकाबला नहीं, बल्कि रिकॉर्ड्स की खान बन चुका है. इस मैच की सबसे बड़ी बात यह है कि यहां ऐसा चमत्कार हुआ, जो 148 साल के टेस्ट इतिहास में कभी नहीं देखा गया था. जी हां, एक ऐसा रिकॉर्ड, जिसने हर किसी को हैरत में डाल दिया है. यह रिकॉर्ड किसी एक टीम में नहीं बल्कि दोनों ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने मिलकर बनाया है, जिसे शर्मनाक कहा जा सकता है.

पर्थ टेस्ट का आज तीसरा दिन है और तीसरे दिन एक ऐसा कमाल देखने को मिला, जो इस खेल के 148 सालों के इतिहास में कभी नहीं हुआ था. इस कारनामे को ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफरा आर्चर ने मिलकर अंजाम दिया. दोनों ने 3 बल्लेबाजों को शिकार बनाया और यह अद्भुत कमाल हकीकत बन गया. आइए जानते हैं कैसे…

पहली बार हुआ ये चमत्कार

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चल रहे इस मैच में ओपनिंग बल्लेबाजों को ऐसा निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला कि क्रिकेट फैंस हैरान रह गए. मैच की पहली 3 पारियों में शुरुआती विकेट बिना एक भी रन बनाए गिरे. यह टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ है जब तीनों पारियों के ओपनर खाता तक नहीं खोल पाए.

कैसे संभव हो पाया ये रिकॉर्ड

पर्थ टेस्ट की शुरुआत इंग्लैंड की बल्लेबाजी से हुई. मिचेल स्टार्क ने पहली ही गेंदों में जैक क्राउली को आउट कर दिया. फिर ऑस्ट्रेलिया बैटिंग आई तो जोफ्रा आर्चर ने भी वही किया. उन्होंने पहले ओवर में जेक वेदराल्ड को LBW कर दिया. इस तरह दोनों पारियों के पहले विकेट 0 रन पर गिरे. तीसरे दिन इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी और वही कहानी एक बार फिर दोहराई गई. मिचेल स्टार्क ने देबारा जैक क्राउली को पहले ओवर में आउट कर दिया. इस तरह तीनों पारियों में पहला विकेट बिना कोई स्कोर के गिरा. इतिहास में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि जब पहली तीन पारियों में ओपनिंग पार्टनरशिप शून्य रन पर टूटी है.

गेंदबाजों का दिखा जलवा

एशेज 2025-265 का पहला मुकाबला पहले दो दिन गेंदबाजों के नाम रहा. पहले दिन इंग्लैंड पहली पारी में सिर्फ 172 रन बना सका था. ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने इस पारी में 7 विकेट झटके और इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. फिर ऑस्ट्रेलिया भी बैटिंग में इंग्लैंड से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका और टीम केवल 132 रन पर ऑल आउट हो गई. इस तरह इंग्लैंड ने पहली पारी के आधार पर 40 रनों की बढ़त हासिल कर ली. फिलहाल इंग्लैंड मजबूत स्थिति में है, क्योंकि उसने दूसरे दिन लंच तक अपनी दूसरी पारी में 1 विकेट पर 59 रन बना लिए हैं और वो 100 रनों की बढत ले चुका है.