Bank Nifty Trend Analysis: बैंक निफ्टी ने पिछले हफ्ते जिस तेजी से लगातार नई ऊँचाइयाँ छुईं, उसने पूरे बाज़ार में बैंकिंग सेक्टर की ताकत का साफ संकेत दिया था. चार सेशन तक ऑल-टाइम हाई बनाने के बाद ऐसा लग रहा था कि इंडेक्स नए तेजि वाले चक्र में दाखिल हो चुका है. लेकिन शुक्रवार को अचानक इसकी रफ्तार रुकी और इंडेक्स 59,000 के नीचे फिसल गया.
टेक्निकल चार्ट पर इस गिरावट ने एक ऐसा पैटर्न बनाया है जो आमतौर पर मजबूत ट्रेंड के बाद ठहराव का इशारा करता है. वीकली टाइमफ्रेम पर ‘शूटिंग स्टार’ जैसी कैंडल बनी, जो दिखाती है कि ऊपर के स्तरों पर सप्लाई ने जोर पकड़ा और खरीदारों की पकड़ थोड़ी ढीली पड़ी.
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टेक्निकल संकेत क्या बता रहे हैं?
RSI पहले ही अपने छोटे मूविंग एवरेज से नीचे उतर चुका है और दोनों का रुझान नीचे की ओर है. डेली चार्ट पर साफ दिखाई दे रहा डाइवर्जेंस यह बताता है कि इंडेक्स बिना एक ब्रेक लिए आगे नहीं बढ़ सकेगा. तकनीकी रूप से इंडेक्स के लिए 58,600–58,500 की रेंज फिलहाल मजबूत सपोर्ट का काम करेगी.
अगर यह ज़ोन टूटता है, तो इंडेक्स 57,700 तक खिसक सकता है. वहीं ऊपर की तरफ 59,200–59,400 की रेंज अहम है. यदि यह स्तर decisively पार होता है, तो सुस्ती की यह फेज खत्म हो सकती है और फिर से तेजी पकड़ में आ सकती है.
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फेडरल बैंक में छिपी नई तेजी की तैयारी? (Bank Nifty Trend Analysis)
ब्रोकरेज के अनुसार फेडरल बैंक ने नवंबर की शुरुआत से जो छोटा कंसोलिडेशन बनाया था, वह 18 नवंबर को तेज वॉल्यूम के साथ टूट गया. ब्रेकआउट के बाद तीन सेशन का साइडवेज़ मूव यह दिखाता है कि स्टॉक में तेजी रुक नहीं रही, बल्कि गति पकड़ने से पहले स्वाभाविक ठहराव आ रहा है.
RSI और ADX दोनों स्थिर हैं, यह कमजोरी का नहीं बल्कि स्थिरता का संकेत है. चिन्हित ब्रेकआउट जोन के ऊपर स्टॉक की संरचना पूरी तरह पॉज़िटिव बनी हुई है. अगर प्राइस 250 रुपए से ऊपर वॉल्यूम के साथ निकल जाता है, तो इसमें एक नई मजबूत रैली का दौर शुरू हो सकता है.
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