पटना। शहर के शिवपुरी मोहल्ले की सामान्य सी सुबह रविवार को अचानक थम गई जब निगरानी विभाग की टीमें पूर्व उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आज़ाद के घर पहुंचीं। तंग गलियों में सरकारी गाड़ियों की आवाजाही और वर्दी में अफसरों की चहल-पहल देख लोग स्तब्ध रह गए। कोई दरवाज़े पर ठिठककर पूछ रहा था क्या हुआ? तो कोई खिड़की से झांककर पूरी घटना समझने की कोशिश करता रहा। निगरानी विभाग पर आरोप है कि अनिल आज़ाद ने 1.58 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की है। इसलिए पटना जहानाबाद और औरंगाबाद के चार ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी चली। मोहल्ले वालों का कहना है कि अनिल को हमेशा शांत और सरल स्वभाव वाला अधिकारी माना जाता था इसलिए इतनी बड़ी कार्रवाई ने सबको झकझोर दिया। दिनभर लोग सिर्फ एक सवाल पूछते दिखे आखिर जांच में क्या सच सामने आएगा?