पटना। बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही सड़कों पर एक अलग ही हलचल दिखने लगी है। सुबह की पहली किरण के साथ कई शहरों में लोग तब चौंक गए, जब पुलिस, नगर निगम और बुलडोजर लेकर प्रशासन की टीमें उनके दरवाजे पर पहुंच गईं। सड़क किनारे रोजी-रोटी चलाने वाले कई परिवारों के लिए यह सुबह डर और असमंजस से भरी रही।
ऑपरेशन बुलडोजर की शुरुआत समस्तीपुर से हुई, जहां माल गोदाम चौक के पास लोग अपने ठेले और गुमटियां हटाने में भाग-दौड़ करते दिखे। कई लोग पुलिस से मोहलत मांगते नजर आए। किसी की आवाज में डर था तो कोई अपने बच्चों का पेट भरने की चिंता जता रहा था। प्रशासन ने 10 दिनों का समय तो दिया, लेकिन तनाव साफ दिखा।

लखीसराय: घरों और दुकानों के बीच सबक

लखीसराय में डीएम और एसपी के नेतृत्व में चला तीन घंटे का अभियान कई परिवारों के लिए भावुक पल लेकर आया। बुलडोजर की आवाज के बीच लोगों को अपने टीन शेड और छोटे-छोटे निर्माण टूटते देखना पड़ा। प्रशासन लगातार चेतावनी दे रहा था दोबारा कब्जा मिला तो भारी जुर्माना लगेगा।

सीतामढ़ी, दानापुर, भागलपुर: हड़कंप जारी

सीतामढ़ी में जेसीबी के आगे कई अवैध ढांचे गिरते चले गए, जबकि दानापुर में झोपड़ियां टूटने से कई परिवार बेसहारा होने के डर से रोते-बिलखते दिखे। भागलपुर में भी दुकानदारों पर 13,500 रुपये का जुर्माना लगाया गया।