Korba-Raigarh News Update : कोरबा। स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा अंतर्गत प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालय स्तर पर हजारों हजार शिक्षक कार्यरत हैं, जो अपनी योग्यता और अर्हता की वृद्धि कर ऊंचे मुकाम हासिल करने, पदोन्नति प्राप्त करने की सोच रखते हैं। जिसके लिए उच्च शिक्षा परीक्षा एवं कार्योत्तर अनुमति के लिए विधिक और नियमानुकूल विभागीय उच्च अधिकारियों के समक्ष सैकड़ों शिक्षकों अपनी अभ्यावेदन वर्षों से जमा किए हुए हैं और अनुमति आदेश के प्रयास के लिए सतत रूप से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं स्थापना शाखा प्रभारी के चक्कर लगाते रहते हैं, किंतु हमेशा की तरह केवल एक ही जवाब कि, अधिकारी हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं।

Bilaspur News Update

इस संबंध में कुछ शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों को ज्ञात होने पर संगठन के माध्यम से बाकायदा लिखित रूप में उच्च शिक्षा परीक्षा अनुमति एवं कार्योत्तर अनुमति आदेश जारी करने के लिए निवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है किन्तु आज पर्यंत तक अनुमति आदेश जारी नही करने की मंशा समझ से परे है। कार्योत्तर अनुमति आदेश जारी नहीं होने के कारण कई शिक्षकों की उच्च शिक्षा की योग्यता सेवा पुस्तिका में इंद्राज नहीं हो पा रहा है। अनुमति आदेश के आभाव से प्रभावित शिक्षकों के द्वारा संघ को ज्ञात हुआ है कि कुछ निजी स्वार्थ से प्रेरित संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने हितैषी शिक्षकों का अधिकारी से संपर्क कर अनुमति आदेश प्राप्त कर लेते हैं किंतु ऐसे शिक्षक जिनका सीधा सम्बन्ध न तो संगठन के पदाधिकारियों से है और ना ही अधिकारी से ऐसे शिक्षकों के लिए केवल इंतजार करने के सिवा और अन्य कोई विकल्प प्रतीत नहीं होता।

1596 शराबी चालकों के पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, 2 करोड़ का ठोंका जुर्माना

कोरबा। जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी द्वारा तरह-तरह के उपाय किये जा रहे हैं। सड़कों पर पुलिस की पैनी नजर है और ब्लैक स्पॉटों की पहचान कर वहां हादसों को रोकने के लिए पहल भी की गई है। साथ ही हाईवे पर शराब पीकर वाहन चलाने वाले शराबी चालकों पर कड़ी कार्यवाही भी कर रही है। यातायात पुलिस प्रतिदिन शहर में और आउटर में पहुंचकर शराबी चालकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। यही वजह है कि पिछले 11 महीने के भीतर यातायात पुलिस ने 1596 शराबी चालकों के खिलाफ कार्यवाही कर उनसे लगभग 1 करोड़ 91 लाख 9 हजार 6 सौ रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल कर चुकी है।

उल्लेखनीय है कि जिले में लगातार वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। औद्योगिक नगरी होने की वजह से ट्रेलर जैसे भारी वाहनों का दबाव भी बढ़ते जा रहा है। शहर और आउटर में तेजी से भारी वाहन सड़कों पर फर्राटे मार रहे हैं। यही वजह है कि हादसों का ग्राफ भी बढ़ते जा रहा है। हालांकि पिछले साल की तुलना इस साल अभी तक हादसों के ग्राफ में गिरावट दर्ज की गई है। जिसकी वजह से है कि पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर यातायात एएसआई मनोज राठौर, ईश्वरी लहरे, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह व उनकी टीम लगातार सड़कों पर है और सड़क पर कैसे इन हादसों को कम किया जा सके इस पर काम कर रही है।

खासतौर पर ब्लैक स्पॉट को चिन्हांकित कर उन स्थानों में हादसों को रोकने के लिए काम कर रही है। पूर्व में यह भी देखा गया है कि ज्यादातर सड़क हादसे शराब के नशे में वाहन चलाने की वजह से होते हैं। जिसमें शराची चालक बेतरतीब वाहन चलाते हैं और उनकी चपेट में आने से लोगों की मौत हो जाती है। इसी तरह के हादसों को कैसे कम किया जा सके इसके लिए यातायात पुलिस शराबी चालकों पर विशेष पैनी निगाह जमाई हुई है और लगातार सड़कों पर उतरकर शराबी चालकों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। पिछले 11 महीनों के दौरान पुलिस ने शराबी चालकों पर विशेष कार्यवाही की है जिसमें 1596 शराबी चालकों के खिलाफ कार्यवाही कर उनसे लगभग 1 करोड़ 91 लाख 9 हजार 6 सौ रुपए जुर्मना वसूल किया है।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डीएमएफ से बढ़ी सुविधाएं

कोरबा। जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) फंड से मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में तेजी से आधुनिक सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में यह विस्तार जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। पहले जिन जांचों के लिए मरीजों को निजी संस्थानों का सहारा लेना पड़ता था, अब वे सभी जांच जिला अस्पताल में उपलब्ध है।

विशेष रूप से सोनोग्राफी, नेत्र परीक्षण और रक्त संबंधी विशेष जांचों को और अधिक उन्नत एवं विस्तारित किया गया है। इससे आम जनता को समय और धन दोनों की बचत हो रही है। जिला मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल प्रबंधन ने बताया है कि डीएमएफ फंड से नए उपकरण, मशीनें और आवश्यक तकनीकें स्थापित की जा रही हैं, जिससे जांचों की सटीकता और गति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को सबसे अधिक लाभमिल रहा है, क्योंकि अब उन्हें गुणवत्तापूर्ण जांचें निःशुल्क या न्यूनतम खर्च में प्राप्त हो रही हैं। स्थानीय नागरिकों ने डीएमएफ फंड के इस उपयोग को सराहनीय बताया और कहा है कि इससे जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। प्रशासन का कहना है कि आगे भी कई महत्त्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं को जोड़े जाने की योजना है, जिससे जिले को पूर्णतः आधुनिक और सुलभ चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके।

जर्जर स्कूल बन गया खंडहर, डर के साए में पढ़ रहे बच्चे

रायगढ़। खरसिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत भैनापारा के आश्रित गांव कलमी का प्राथमिक विद्यालय वर्तमान में खंडहर बन चुका है। शासन-प्रशासन की अनदेखी के कारण मजबूरन बच्चे इसी जर्जर स्कूल में भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं। 1993 में निर्माण हुए इस स्कूल की हालत काफी खराब हो चुकी है। यह स्कूल देखते ही देखते पूरी तरह जर्जर हो गया है, लेकिन मजबूरी में मासूम बच्चे इसी टूटती इमारत के अंदर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। कुछ दिन पहले स्कूल की खिडकी का छज्जा अचानक भरभराकर नीचे गिर गया। किस्मत अच्छी थी कि उस समय बच्चे कक्षा के अंदर नहीं थे, जिससे एक अनहोनी घटना टल गई।

शौचालय की हालत भी बदतर

स्कूल का हाल इतना भयावह है कि सिर्फ कमरों की दीवारें और छत ही नहीं, बल्कि शौचालय भी पूरी तरह जर्जर हो चुका है। छोटे-छोटे बच्चे खुले में शौच जाने को मजबूर हैं, जो सुरक्षा और स्वास्थ्य दोनों के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है।

ग्रामीणों में नाराजगी

स्थानीय लोग ग्राम पंचायत मैना पारा के सरपंच अनहित राम को भी समस्या से अवगत करा चुके है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे लोगों में भारी नराजगी है।

सरिया क्षेत्र में परिवहन करते 560 बोरी अवैध धान जब्त

रायगढ़। कलेक्टर एसपी के दौरे के दूसरे दिन सरिया तहसीलदार कोमल साहू के नेतृत्व में जांच दल ने बिना वैध दस्तावेज के ओडिशा से सरिया परिवहन कर रहे 560 बोरी धान से भर वाहन क्रमांक आंदी 17 के 7832 को ग्राम बोरिदा में अवैध होने के कारण मंडी अधिनियम के तहत जप्ती प्रकरण बनाया गया। जिसे अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना प्रभारी सरिया के सुपुर्द किया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद जांच दल को शीघ्र कामयाबी मिली है। यह अवैध धान भठली ओडिशा से नीचटा सरिया ले जाया जा रहा था।