RPF Latest News: प्रतीक चौहान. रायपुर. डीजी कांफ्रेंस में शामिल होने बड़ी संख्या में हर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचने वाले है. इस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए आरपीएफ की डीजी सोनाली मिश्रा भी रायपुर पहुंचने वाली है. यही कारण है कि उनके आने की तैयारियां पूरे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में शुरू हो गई है. लेकिन जो खबर अभी मिली है वो बेहद चौंकाने वाली है और संभव है कि यदि डीजी आरपीएफ के संज्ञान में ये चीजें आएगी तो वो दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी से जानकारी लेंगी और जांच के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगी.
सूत्र बताते है कि बिलासपुर रेल मंडल में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है. यहां करीब 7 महीने से सस्पेंसन झेल रहे सब इंस्पेक्टर को सीने में दर्द के बाद बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया है, सूत्रों के मुताबिक डॉक्टरों ने उनकी हार्ट की एक नस को पूरी तरह ब्लॉक बताया है, आशंका है कि उन्हें हार्ट अटैक भी आया हो. सूत्रों के मुताबिक सीने में दर्द होते ही उन्होंने तीन बार छुट्टी के लिए आवेदन दिया, ये आवेदन अपने कोरबा आरपीफ इंस्पेक्टर (जहां वे अटैच हैं) वहां और एचआरएमएस (HRMS) में भी किया, लेकिन उनकी छुट्टी स्वीकार नहीं की गई.

सूत्र बताते है कि रविवार को उन्होने तेज सीने में दर्द की बात कहकर अपने इंचार्ज से छुट्टी मांगी और इंचार्ज ने अपने कमांडेंट को फोन किया. सूत्रों का दावा है कि फटकारते हुए ये जवाब आया कि ‘क्या मैं अब संडे को छुट्टी के दिन ऑफिस खोलकर छुट्टी का आवेदन स्वीकार करू’. इसके बाद उन्हें छुट्टी नहीं दी गई, लेकिन जब ज्यादा हालत खराब हुई तो उन्हें बिलासपुर में भर्ती कराया गया.
उक्त बाते DSC द्वारा की गई या नहीं, छुट्टी स्वीकार हुई या नहीं, इस संबंध में अधिकृत जानकारी के लिए लल्लूराम डॉट कॉम ने बिलासपुर कमांडेंट और कोरबा आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर को फोन किया, लेकिन दोनो ने फोन का जवाब नहीं दिया.
2 और स्टॉफ 7 महीने से सस्पेंड
सूत्र बताते है कि उक्त सब इंस्पेक्टर डीके यादव के साथ-साथ दो अन्य स्टॉफ राजू यादव और जेपी यादव भी सस्पेंड है. अब सवाल ये है कि किन नियमों के तहत 7 महीने से सस्पेंड कर उन्हें आरपीएफ केवल हस्ताक्षर करवाकर बिना काम कराएं वेतन दे रहा है ? सूत्रों के मुताबिक इन सभी पर गंभीर आरोप है, जिसकी जांच चल रही है.
इमानदारी का चोला ओढ़े साहब की नाक के नीचे TA और इम्प्रेस्ट पास करने देना पड़ता है चढ़ावा!
सूत्र बताते है कि इमानदारी का चोला ओढ़े एक बड़े साहब की नाक के नीचे उनके बाबू टीए, इम्प्रेस्ट मनी पास करने की एवज में चढ़ावा और शराब की मांग करते है. जिन-जिन लोगों ने इसे देने से मना किया सबकी फाइलें नियमों का हवाला देकर पेंडिंग में डाल दी जाती है. सूत्र बताते है कि यहां बैठे बाबू कई वर्षों से यहां मलाई काट रहे है और बिना झिझक इंस्पेक्टर हो या फाइल पास कराने आने वाले सिपाही सबसे पैसे मांगते है और ये कहते है हिस्सा ऊपर तक जाता है, तो आप ये नहीं देंगे तो आपकी इम्प्रेस्ट मनी पास नहीं होगी. ये आरपीएफ की डीजी समेत आरपीएफ के उच्च अधिकारियों के लिए जांच का विषय है कि पिछले 2-3 वर्षों से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के विभिन्न थानों की इम्प्रेस्ट मनी कितने-कितने महीनों तक रोकी गई ? किन नियमों के तहत रोकी गई ?
हालांकि ये पूरा मामला उच्च अधिकारियों से सीधे जुड़ा है इसलिए इस मामले में जांच हो इसकी उम्मीद कम जताई जा रही है, जबकि आईजी, डीआईजी या कोई उच्च अधिकारी यदि जांच में थाने पहुंचे तो इसी इम्प्रेस्ट मनी की जांच के नाम पर कई इंस्पेक्टरों को चार्टशीट और कुछ को साहब के चहोतो ने देख लेने की चेतावनी भी दे डाली है.

