चमोली. शीतकाल के लिए आज दोपहर 2:56 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए. परंपरा के अनुसार उद्धव और कुबेर की प्रतिमाओं को भी गर्भगृह से बाहर लाया गया, शीतकालीन प्रवास के दौरान भक्त अब भगवान बद्रीनाथ के दर्शन पांडुकेश्वर स्थित योगध्यान बदरी में कर सकेंगे.

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बता दें कि शीतकाल के लिए गंगोत्री धाम का कपाट 22 अक्टूबर को बंद किया जा चुका है. वहीं 23 अक्टूबर को केदरानाथ धाम और यमुनोत्री धाम का कपाट (Kedarnath Dham 2025) भी पूरे विधि-विधान से बंद कर दिया गया था. अब सबसे आखिरी में बदरीनाथ धाम का कपाट 25 नवंबर को 2:56 मिनट पर बंद विधि-विधान से मंत्रोच्चार के साथ बंद किया गया.

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जानकारी के अनुसार, इस साल 17.39 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. वहीं गंगोत्री धाम में 7,57,762 और यमुनोत्री धाम में 6,45,000 तीर्थयात्री पहुंचे हैं. वहीं 16 लाख 50 हजार से ज्यादा लोग बद्रीविशाल के दर्शन करने पहुंचे हैं. चार धाम में इस साल लगभग 65 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है.