Humane Sagar Death: कटक. ओडिशा की संगीत दुनिया की सबसे जानी मानी हस्ती आवाज हुमाने सागर अब हमारे बीच नहीं हैं. उनकी मौत की खबर से पूरे राज्य और संगीत प्रेमियों को सदमे में डाल दिया है. उनके जाने के बाद बहुत सी बातोंका धीरे-धीरे खुलासा हो रहा है.

उनके करीबी बताते हैं कि बीते कुछ हफ्तों में वह बिल्कुल अलग हो गए थे. जो कलाकार हर रिकॉर्डिंग स्टूडियो में खुशी और उमंग भर देता था, वही अचानक काम को टालने लगा था. कई बार फोन नहीं उठाना, किसी से बात न करना और खुद को कमरे में बंद कर लेना. ये सब उनकी दिनचर्या का हिस्सा बनने लगा था.

Also Read This: BJD में उथल-पुथल: देबाशीष सामंतराय ने छोड़ा पद, बोले- ‘सम्मान नहीं, अपमान मिला’

Humane Sagar Death
Humane Sagar Death

दोस्तों के मुताबिक, ह्यूमेन व्यस्त नहीं थे, बल्कि अंदर से बेहद उलझे और बेचैन दिखाई देते थे. उनकी वही चमकदार आंखें, जो उनकी पहचान थीं, अब जैसे अपनी चमक खो रही थीं.

सबसे ज्यादा चिंता उस वक्त बढ़ी जब 4 अगस्त को उन्होंने लिरिसिस्ट श्रीकांत गौतम के साथ तय रिकॉर्डिंग सेशन अचानक कैंसिल कर दिया. इससे पहले भी वह दो बार तारीख बदल चुके थे, जो उनके स्वभाव से बिल्कुल विपरीत था.

गौतम बताते हैं, “ह्यूमेन काम के प्रति बेहद समर्पित थे. अगर वह लगातार पीछे हट रहे थे, तो इसका मतलब साफ था कि वह अंदर से बहुत परेशान थे. शायद उन्हें लग रहा था कि वह अपना बेस्ट नहीं दे पा रहे… और यही सोच उन्हें भीतर तक तोड़ रही थी.”

Also Read This: संबलपुर चिड़ियाघर से होगी ओडिशा की पहचान, माझी सरकार करने जा रही ये काम

जब उनकी हालत बिगड़ी, तो परिवार और दोस्तों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने लगातार तीन दिनों तक पूरी कोशिश की, लेकिन जिंदगी ने जैसे उनका साथ छोड़ दिया. और इसी के साथ ओडिशा ने एक ऐसी आवाज खो दी, जिसने लाखों दिलों को छू लिया था.

ह्यूमेन के निधन के बाद एक बात साफ हो गई है की लोग अक्सर कलाकार की चमक, शोहरत और सफलता देखते हैं, लेकिन उस मुस्कान के पीछे छिपे दर्द, तनाव और अकेलेपन को नहीं देख पाते.

आज उनके बारे में बात करते समय लोग सिर्फ उनका संगीत ही नहीं, बल्कि उनकी चुप्पी को भी याद कर रहे हैं… वह चुप्पी, जिसे शायद किसी ने ध्यान नही दिया.

Also Read This: बंगाल की खाड़ी में शीतकालीन चक्रवात की आशंका, ओडिशा में बारिश की संभावना