सोहराब आलम/मोतिहारी। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे भले ही उनके पक्ष में नहीं आए हों, लेकिन जेडीयू के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार अभिमन्यु भारद्वाज के चेहरे पर बुधवार को हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसी तरह की मायूसी नजर नहीं आई। उन्होंने पहली ही पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जीत की बधाई दी और कहा कि लोकतंत्र में जीत और हार दोनों एक स्वाभाविक प्रक्रिया का हिस्सा हैं, लेकिन जो प्यार उन्हें जनता से मिला वही उनके राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है।

जनता का भरोसा मेरी पूंजी

अभिमन्यु भारद्वाज ने मोतिहारी की जनता का दिल से धन्यवाद करते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जिस गर्मजोशी और भरोसे के साथ लोगों ने उन्हें स्वीकार किया वह उनके लिए पद से कहीं अधिक मूल्यवान है। उन्होंने कहा- राजनीति केवल कुर्सी की लड़ाई नहीं जनता की सेवा का माध्यम है। मोतिहारी ने मुझे जो स्नेह दिया है, वही मेरी असली पूंजी है।

हार नहीं, सीख का अवसर

प्रेस वार्ता में भारद्वाज ने उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार की राजनीति में कई नेता ऐसे रहे हैं जिन्होंने पंचायत या विधानसभा चुनाव हारकर भी आगे बड़ी जिम्मेदारियाँ संभालीं। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे निराश न हों- राजनीति अवसरों का क्षेत्र है हार हमें मजबूत बनाती है।

जनता के मुद्दों पर सक्रिय रहने का वादा

उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे वे किसी राजनीतिक दल के साथ हों या स्वतंत्र रूप से काम करें मोतिहारी की समस्याओं और विकास कार्यों से उनका जुड़ाव कभी कम नहीं होगा। शिक्षा, युवाओं के रोजगार विकास और बुनियादी सुविधाओं को आगे बढ़ाने का संकल्प भी दोहराया। अंत में उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी जनसेवा की यात्रा आगे भी पूरी ऊर्जा के साथ जारी रहेगी।