गोविन्द पटेल, कुशीनगर. मेडिकल कॉलेज संयुक्त जिला चिकित्सालय से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड से एक नवजात शिशु रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. सात साल बाद पिता बने प्रदीप का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने अस्पताल कर्मियों और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है.
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जानकारी के मुताबिक, नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के मनिया छापर निवासी प्रदीप ने मंगलवार की शाम अपने नवजात को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था. नवजात का इलाज एसएनसीयू वार्ड में चल रहा था. परिजन पूरी रात बच्चे की देखभाल करते रहे, लेकिन बुधवार सुबह करीब 11 बजे अचानक बच्चा वार्ड से गायब हो गया. परिजन बदहवास होकर पूरे वार्ड में बच्चे को ढूंढते रहे, लेकिन उनका बच्चा कहीं नहीं मिला. परिजनों का आरोप है कि वार्ड में न तो सीसीटीवी कैमरों की उचित व्यवस्था है और न ही सिक्योरिटी के इंतजाम पुख्ता हैं. सुरक्षा व्यवस्था की इसी लापरवाही का फायदा किसी अज्ञात व्यक्ति ने उठा लिया.
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घटना के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने चुप्पी साधे रखी है, जिससे लोगों में आक्रोश है. सूचना मिलते ही रवींद्र नगर पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और अस्पताल कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है. नवजात के लापता होने की यह घटना अस्पताल प्रबंधन पर कई गंभीर सवाल खड़े कर रही है. परिजनों का कहना है कि अगर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होती, तो ऐसी घटना कभी नहीं घटती. फिलहाल परिजन अस्पताल परिसर में रोते-बिलखते अपने नवजात की सलामती की गुहार लगा रहे हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा.
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