India Next Coach: गौतम गंभीर का कार्यकाल भले ही 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक तय हो, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू जमीन पर 2-0 की शर्मनाक टेस्ट सीरीज हार ने उनकी कोचिंग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया का प्रदर्शन लंबे समय से अस्थिर रहा है और गंभीर की नियुक्ति के बाद इसमें गिरावट और तेज दिखी है. इस बीच 3 ऐसे नाम आए हैं, जो फ्यूचर में भारतीय टीम के कोच बनने के बढ़िया दावेदार हैं.

Team India Next Coach: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया का 2-0 से क्लीन स्वीप हो गया. इससे पहले उसने घर में न्यूजीलैंड ने 3-0 से मात दी थी. ये सबकुछ गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद हुआ. टेस्ट में लगातार हार के चलते अब गौतम गंभीर की कोचिंग पर सवाल खड़े हो चुके हैं. गुहावाटी टेस्ट में मिली हार के बाद गंभीर भी साफ कह चुके हैं कि अब फ्यूचर करियर बीसीसीआई के फैसले पर निर्भर करता है. इस बीच 3 ऐसे नाम आए हैं, जो फ्यूचर में टीम इंडिया की कोचिंग के बेहतर विकल्प हैं. इसमें 2 भारतीय और एक विदेशी धुरंधर शामिल है.
गौतम गंभीर जुलाई 2024 में टीम इंडिया के हेड कोच बने थे. तब से लेकर अब तक भारत 10 टेस्ट, 4 वनडे और 2 टी20 मैच हार चुका है. गौतम गंभीर का टेस्ट कोचिंग रिकॉर्ड अभी सिर्फ 36.82% जीत के प्रतिशत पर टिक हुआ है, जो संकेत देता है कि भारतीय टीम अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर से काफी दूर है. ऐसे में सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग और स्टीफन फ्लेमिंग जैसे नाम टीम इंडिया के लिए भविष्य में शानदार विकल्प साबित हो सकते हैं.
- सौरव गांगुली- नई मानसिकता और आक्रामक सोच के प्रतीक
सौरव गांगुली सिर्फ महान कप्तान ही नहीं, बल्कि टीम इंडिया की आक्रामक क्रिकेट संस्कृति के जनक रहे हैं. उनकी कप्तानी ने भारतीय टीम को वह तेवर दिया, जिसके कारण टीम देश के बाहर भी जीत की दावेदार बनी. IPL में कोचिंग अनुभव, BCCI अध्यक्ष का प्रशासनिक अनुभव और दिल्ली कैपिटल्स के डाइरेक्टर के रूप में जिम्मेदारियां निभाने का फायदा उन्हें कोचिंग में मिल सकता है. गांगुली ने खुद भी एक बार हेड कोच बनने की इच्छा जताई थी. अगर वह कोच बनते हैं, तो टीम में विजन, आत्मविश्वास और बड़े मुकाबले जीतने का जज्बा लौट सकता है.
- वीरेंद्र सहवाग- आक्रामक क्रिकेट की पहचान
वीरेंद्र सहवाग अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और बेखौफ क्रिकेट के लिए जाने जाते हैं. वह पहले भी टीम इंडिया के हेड कोच पद के लिए आवेदन कर चुके हैं. सहवाग के अंदर वह आक्रामक सोच है, जिसकी आज के मॉर्डन क्रिकेट में सबसे ज्यादा जरूरत है. टेस्ट में 8586 रन, वनडे में 8273 रन और कई बड़े रिकॉर्ड उनके नाम हैं. खिलाड़ियों से उनकी दोस्ताना बॉन्डिंग और सरल कोचिंग स्टाइल टीम इंडिया को फ्री-फ्लो क्रिकेट खेलने में मदद कर सकती है. सहवाग जैसे कोच युवा खिलाड़ियों में निडरता और आत्मविश्वास भर सकते हैं.
- स्टीफन फ्लेमिंग- दुनिया के सबसे सफल कोचों में शामिल
न्यूजीलैंड के दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान रह चुके स्टीफन फ्लेमिंग IPL इतिहास के सबसे सफल कोचों में गिने जाते हैं। उनकी कोचिंग में चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 बार IPL ट्रॉफी जीती है. भारतीय खिलाड़ियों के साथ उनकी मजबूत बॉन्डिंग और शांत कोचिंग स्टाइल टीम के लिए बड़ा प्लस पॉइंट हो सकता है. फ्लेमिंग मैच की स्थिति को समझने के माहिर रणनीतिकार हैं और जानते हैं कि बड़े टूर्नामेंट कैसे जीते जाते हैं. अगर वह टीम इंडिया के हेड कोच बनते हैं, तो टीम का लंबे समय का भविष्य सुरक्षित और मजबूत हो सकता है.
गौतम गंभीर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 66 साल बाद देखना पड़ा ऐसा दिन
टीम इंडिया की टेस्ट में हालत इतनी बुरी है कि 66 साल का इतिहास बदल गया. भारत को पूरे 1959 के बाद यानी पूरे 66 साल बाद ऐसा दिन देखना पड़ा, जब टीम इंडिया अपने घर में लगातार 7 टेस्ट मैचों में से 5 मैच हार गई. भारत को पहले न्यूजीलैंड ने 3-0 से हरााय. फिर साउथ अफ्रीका ने 2-0 से मात दी. वो भला हो वेस्टइंडीज जैसी कमजोर टीम का, जो न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका सिरीज के बीच में आई टीम इंडिया को 2 जीत नसीब हो गईं. गुहावाटी टेस्ट अफ्रीका ने 408 रनों से जीता. जो टीम इंडिया की रनों के हिसाब से इतिहास की सबसे बड़ी हार है. दक्षिण अफ्रीका ने 25 साल बाद भारत को फिर से भारतीय जमीं पर खेली गई टेस्ट सिरीज में 2-0 से मात दी. यह जख्म भुलाना आसान नहीं होगा.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

