अविनाश श्रीवास्तव/रोहतास। जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के बरडिहां गांव में संचालित कथित रेडलाइट एरिया से 17 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराए जाने का मामला सामने आया है। मानवता को झकझोर देने वाला यह खुलासा तब हुआ जब 25 नवंबर को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि यहां बड़ी संख्या में नाबालिगों को अवैध गतिविधियों के लिए रोका गया है। सूचना मिलते ही एसपी रौशन कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई और देर रात छापेमारी शुरू की गई।

अंधेरे कमरे से मिली मासूमों की कराह

छापेमारी के दौरान पुलिसकर्मियों ने बताया कि कई लड़कियां डर और सदमे में थीं। उन्हें आर्केस्ट्रा में काम देने का लालच देकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों से लाया गया था। बाल कल्याण समिति ने सभी को तत्काल संरक्षण में ले लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।

तीन गिरफ्तार, आठ की तलाश

एसपी ने बताया कि इस मामले में आर्केस्ट्रा संचालिका ममता विश्वकर्मा, गीता कुंवर और रमण पासवान उर्फ मुन्ना को मौके से गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ नासरीगंज थाना में कांड संख्या 395/25 दर्ज हुआ है। पूछताछ में तीनों ने कबूल किया कि वे नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर यहां लाते थे और आर्केस्ट्रा की आड़ में अनैतिक काम कराते थे। कुल 11 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें से बाकी आठ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

मानव तस्करी के नेटवर्क की पड़ताल

पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है कौन-कौन इन लड़कियों की खरीद-फरोख्त में शामिल था किस स्तर पर यह गिरोह काम कर रहा था और किन राज्यों में इनके लिंक हैं। अधिकारियों ने संकेत दिया कि मामले में और भी बड़े खुलासे संभव हैं।