आंवला को सुपरफ्रूट कहेंगे तो अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ये गुणों की खान है. इसके सेवन से इतने लाभ मिलते हैं की हर किसी को इस मौसम में किसी ना किसी रूप में आंवला जरूर खाना चाहिए. कुछ लोग इसका मुरब्बा, जूस, लड्डू, जैली, अचार बनाते हैं लेकिन आंवला कैंडी सभी को खूब फेवरेट होती है. आज हम आपको घर पर आंवला की खट्टी- मीठी कैंडी बनाने की रेसिपी बतायेंगे, जिसे आप बना के स्टोर करके रख सकते हैं और इसमें पाये जाने वाले गुणों का लाभ ले सकते हैं. तो चलिए जानते हैं उसे बनाने की विधि.

सामग्री
ताजे आंवले – 1 किलो
चीनी – 500–700 ग्राम
पानी – आवश्यकतानुसार
नींबू का रस – 1–2 चम्मच
इलायची पाउडर या सौंठ पाउडर – स्वादानुसार
विधि
- सबसे पहले आंवले को अच्छी तरह धोकर एक पतीले में पानी उबालें. अब इस उबलते पानी में आंवले डालें और आठ से दस मिनट के लिए उबलने दें. जब तक कि वे थोड़ा नरम न हो जाएँ.
- अब आंवलें को छननी से छानकर ठंडा होने दें और अब इसके ठंडा होने पर हल्के दबाव से फल की फांकें अलग हो जाएँगी, बीज निकाल दें.
- अब एक बर्तन में चीनी और थोड़ा पानी मिलाकर गर्म करें. जब चीनी घुलने लगे तो गैस बंद कर दें इसके लिए बहुत ज़्यादा गाढ़ी चाशनी की जरूरत नहीं, सिर्फ मीठा घोल चाहिए. चाहें तो नींबू का रस मिला सकते हैं.
- अब चीनी के इस घोल में आंवला की फांकें डालें और बर्तन को ढककर 24–48 घंटे तक छोड़ दें. बीच-बीच में चम्मच से हल्का-सा चलाते रहें ताकि चीनी अच्छी तरह सोखें. चाहें तो 1–2 बार घोल दोबारा गर्म करके और मीठा बना सकते हैं.
- अब आखिर में आंवला फांकें को घोल से निकालें और छलनी में छान लें. इन्हें धूप में या फूड-डिहाइड्रेटर/ओवन में सुखाएँ जब तक कि वे चिपचिपी न रहें और अच्छी तरह सूख जाएँ. सुखने के बाद चाहें तो ऊपर से थोड़ा पिसी चीनी, इलायची पाउडर या सौंठ पाउडर छिड़क सकते हैं.
- तैयार आंवला कैंडी को एयर-टाइट जार में भरकर 6–12 महीनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है. ठंडी, सूखी जगह पर रखने से इसका स्वाद और गुणवत्ता बनी रहती है.
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