उत्तर प्रदेश के ज़िला हापुड़ के ब्रजघाट पर दिल्ली से शव का अंतिम संस्कार करने आए 4 लोगो क़ो स्थानीय लोगों ने दौड़ा लिया. 2 युवक भाग गए. जबकि कमल व आशीष पकड़ लिए गए.

लोगों ने देखा तो खुला राज

दरअसल, कार सवार अर्थी में बंधी लाश के स्थान पर प्लास्टिक का डमी लेकर आए थे. इन लोगों ने न कोई पंडित बुलाया न ही अंतिम संस्कार की किसी परम्परा क़ो निभाया. इसे देख लोगों को शक हुआ तो अर्थी देखी गई. लाश की जगह पुतला निकला.

2 और डमी पुतला कार से बरामद

इन युवकों ने बताया की उनके दोस्त कमल की अस्पताल में मौत हो गई थी. डॉक्टरों ने लाश की जगह उन्हें डमी थमा दिया. वहीं इनकी कार में 2 और डमी मिलने से मामला गहरा गया. यह प्रकरण फर्जी बीमा क्लेम से जुडा माना जा रहा है. पकड़े गए लोगों से पूछताछ जारी है.

50 लाख रूपये का कारोबारी पर कर्ज

सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि पूछताछ में कमल ने बताया कि वह दिल्ली के करोल बाग में कपड़े का कारोबार करता है. कोरोना काल में उसके पिता और दो भाइयों की मौत हो गई, जिसके बाद कारोबार पर गहरा असर पड़ा और उस पर करीब 50 लाख रुपये का कर्ज हो गया. जिसे लेकर वह काफी समय से परेशान था.