विकास कुमार, सहरसा। सहरसा वन प्रखंड की ओर से जिले में एशियाई शीतकालीन जल पक्षी गणना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह गणना कोसी नदी के नौहट्टा से एकाम गांव तक फैले जलाशयों में की गई। इस दौरान वन प्रमंडल पदाधिकारी भारशा चिन्तापल्ली (भा.वन.से.) के निर्देश पर वनकर्मियों की टीम तथा वन्यजीव विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से सर्वेक्षण किया।
कार्यक्रम में वन प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद मिश्रा, मृणाल कौरिष (वन्यजीव फोटोग्राफर एवं दूर ऑपरेटर), वीरेंद्र कुमार राय एवं वनकर्मी भी शामिल रहे। सर्वेक्षण क्षेत्र में लगभग 30 प्रजातियों के करीब 600 से अधिक पक्षियों की मौजूदगी दर्ज की गई।
गणना के दौरान जिन प्रमुख प्रवासी पक्षियों को देखा गया, उनमें डलर्जी, व्हाइट वेंटेड यानि सफेद चंजन, सिंधियन वेटल, टेमिंक स्टिंट, छोटा पनवैल, इंडियन स्पॉटेड ईगल, यूरेशियन कूट, स्पॉटेड बिल, लॉन्ग लेग्ड बज़ार्ड, लिटिल रिंग प्लोवर, साइबेरियन स्टोनचैट आदि शामिल रहे। साथ ही स्थानीय पक्षियों में ड्राई ब्लैक मुनिया, रिवर लेपविंग, प्रेथोट मार्किंग, प्लेन प्रीनिया (पुडुक्की), डेलिकेट प्रीनिया, छोटा गरुड़, धौसिला की उपस्थिति भी दर्ज की गई।
वन विभाग के अनुसार यह कार्यक्रम पूरे दस दिनों तक चलेगा। वर्ष 2022 से हर वर्ष एशियाई शीतकालीन जल पक्षी गणना का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि इससे स्थानीय लोगों में पक्षियों के संरक्षण तथा महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ती है। इसी क्रम में सहरसा जिले के बेरोजगार युवाओं को नेचर गाइड और बर्ड गाइड के रूप में तैयार करने के लिए कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इच्छुक 12वीं पास युवा वन प्रमंडल कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं।
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