रायपुर- अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी ने 10 और 13 नवंबर को प्रस्तावित आंदोलन को रद्द कर दिया है. गौरतलब है कि धान खरीदी के मसले पर भूपेश सरकार के दिल्ली कूच के जवाब में बीजेपी ने मंडल और राज्य स्तर पर आंदोलन की रणनीति तैयार की थी. बीजेपी ने 10 नवंबर को प्रदेश के सभी मंडलों में धरना-प्रदर्शन और 13 नवंबर को किसानों के साथ जेल भरो आंदोलन की रणनीति तैयार की थी. बीजेपी इस दिन प्रदेश भर में कांग्रेस का घोषणा पत्र भी जलाने वाली थी. 

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेश चंद्र गुप्ता ने कहा है कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद सभी तरह के आंदोलन फिलहाल रद्द किए गए हैं. आने वाली दिनों में नए सिरे से इसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी. बता दें कि धान का समर्थन मूल्य 2500 रूपए किए जाने के साथ-साथ सेंट्रल पूल में चावल लेने की मांग के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में मंत्रीमंडल समेत हजारों किसान 13 नवंबर को दिल्ली कूच करने वाले थे. बीजेपी प्रदेश पदाधिकारियों की हाल ही में हुई बैठक में इस आंदोलन के जवाब में जेल भरो आंदोलन की रणनीति बनाई गई थी. 
 
पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा था कि भूपेश सरकार धान खरीदी की बात को डायवर्ट करने की कोशिश कर रही है. दिल्ली जाकर धरना प्रदर्शन की बात की जा रही है. यह भ्रम फैलाने की स्थिति है. कांग्रेस ने  2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी किए जाने का वादा घोषणा पत्र में किया था. बीजेपी ने किसानों के बीच जाकर आंदोलन की भूमिका तय की है. दो साल का बोनस जो यह सरकार भूल रही है, उनको याद दिलाने के लिए किसानों के साथ प्रदर्शन करेंगे. चना का समर्थन मूल्य 4900 करने का और गन्ने का 355 करने की बात इन्होंने अपने चुनावी घोषणा पत्र में की थी, जिसकी कापी उस दिन दिखाएंगे और जलाएंगे.