पटना। बिहार विधानसभा की शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत होने जा रही है। इस सत्र में सभी 243 विधायक पहुंचने की उम्मीद है। सत्र में शामिल होने राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नवनिर्वाचित मधुबनी विधायक माधव आनंद भी पहुंचे। उन्होंने मंत्री नहीं बनाए जाने पर बड़ा बयान दिया है। सरकार गठन के बाद पहली बार उन्होंने खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह भी चाहते थे कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाए, क्योंकि मंत्री के रूप में वह और प्रभावी तरीके से जनता की सेवा कर सकते थे।

जिम्मेदारी मिलती तो और बेहतर काम करता

माधव आनंद से जब पूछा गया कि जिन नेताओं ने ज्यादा काम नहीं किया उन्हें विधानसभा और विधान परिषद दोनों जगह स्थान मिला और मंत्री भी बना दिया गया, क्या यह आपको ठीक लगता है? इस पर उन्होंने साफ शब्दों में कहा पार्टी का फैसला निश्चित तौर पर सर्वोपरि है। लेकिन हा हमारी भी महत्वाकांक्षाएं हैं। अगर हमें मंत्री बनाया जाता तो और जिम्मेदारी से और बेहतर तरीके से काम करते। जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का मौका मिलता।

पार्टी में विवाद की खबरों को किया खारिज

हालांकि विधायक ने पार्टी में किसी भी तरह की नाराजगी या भीतरघात की बातों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा पूरी तरह संगठित है और राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में मजबूती से आगे बढ़ रही है। पार्टी में किसी तरह का विवाद नहीं है। हम सब एकजुट होकर काम कर रहे हैं।