चंडीगढ़। लोहड़ी नजदीक आते ही शहर में प्रतिबंधित चाइना डोर की ब्रिकी धड़ल्ले से होनी शुरू हो गई है। कई ऐसे स्थान और दुकान है जहां लोग चाइना डोर बेचते नजर आ रहे हैं। इसके पहले कई ऐसे केस देखने में आए हैं जिसमें लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनकी हालत नाज़ुक हुई है। प्रशासन लगातार इसके लिए निगरानी कर रहा है और डोर की बिक्री पर बैन लगाया है लेकिन फिर भी लोगों को इस विषय में कोई असर नहीं हो रहा है।

आपको जानकारी हो कि चाइना डोर से आसमान में उड़ते पक्षियों के साथ-साथ लोगों की भी जान-माल का काफी नुक्सान हो चुका है, परन्तु इसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन इस पर पूरा नियंत्रण नहीं कर पा रहा है। कई जिलों में ड्रोन से हुई थी निगरानी आपको बता दें किसके पहले कई ऐसे जिले थे जहां पर प्रशासन ने चाइना डोर के उपयोग को रोकने के लिए ड्रोन के माध्यम से निगरानी की थी जैसे ही लोग नजर आ रहे थे उनकी चाइना डोर जप्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी। जुर्माना भी लगाया जा रहा था लेकिन इसके बाद भी लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ब्लैक में हो रही बिक्री आपको बता दे कि त्यौहार पास आते ही डोर की ब्लैक में बिक्री हो रही है।

जानकारी के अनुसार चाइना डोर का एक गट्टू पहले 350-450 से मिल जाता था, अब यहीं गट्टू 500-550 में मिल रहा है। वहीं एक किलो वाला गट्टू 1200-1300 तक पहुंच चुका है। छुपे तौर पर यहबेचने के कारण यह होता है । लोहड़ी के और नजदीक आने पर इसकी कीमत दोगुनी तक हो सकती है। जानकारी है कि इस डोर की बेचने वाले इसकी स्टोरेज गर्मियों में ही शुरू कर देते है और लोहड़ी पर्व पर इसकी ब्लैक में बेचते हैं।