देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने किसान सम्मान पेंशन को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि किसान पुत्र, वाह ! स्मरण रहे कांग्रेस की सरकार ने 2015 में किसान पेंशन अर्थात प्रत्येक उस किसान को जो 60 वर्ष की उम्र का हो गया है, चाहे वह महिला हो या पुरुष उसको किसान सम्मान पेंशन देने का निर्णय लागू किया।

भाजपा पर बोला पर तीखा हमला

हरीश रावत ने कहा कि उस समय किसान पेंशन प्रारंभ करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य था। भाजपा की सरकार ने वह निर्णय रद्द कर दिया। उस समय 1000 प्रति माह किसान सम्मान पेंशन और आज यदि कांग्रेस की सरकार होती तो वह सम्मान पेंशन कम से कम 5000 प्रति माह होती। वर्षों तक जिस पार्टी की सरकार ने गन्ने का खरीद मूल्य नहीं बढ़ाया और फिर चुनाव के वर्ष में एक साथ बढ़ाया और वह भी अपेक्षा से कम बढ़ाया।

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किसान गन्ने का खरीद मूल्य मांग रहा है 450 रुपया प्रति कुंतल और उपाधि किसान पुत्र की, यदि यह मूल्य 450 होता तो उपाधि समझ में आती। यह उपाधि देने वाले हैं कौन? खनन की खेती करने वाले ?