सुप्रिया पांडेय, रायपुर। रायगढ़ दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी। सीएम ने जहां केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय, राजभवन और केंद्रीय सचिवालय के नए नामकरण का स्वागत किया, वहीं नक्सलियों के बढ़ते आत्मसमर्पण को राज्य की प्रभावी पुनर्वास नीति का परिणाम बताया।

केंद्र सरकार द्वारा नए परिसरों के नामकरण पर CM साय ने जताया स्वागत
चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय के नए परिसर का नाम ‘सेवा तीर्थ’, राजभवनों के नाम बदलकर ‘लोक भवन’ और केंद्रीय सचिवालय का नाम ‘कर्तव्य भवन’ किए जाने के निर्णय पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- “यह बहुत अच्छी पहल है। इन नामों में राष्ट्र के प्रति सेवा, कर्तव्य और जिम्मेदारी की भावना झलकती है। मैं इस निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूँ।”
नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सरकार की नीति प्रभावी— मुख्यमंत्री
प्रदेश में नक्सल गतिविधियों के लगातार कम होने और आत्मसमर्पण की बढ़ती घटनाओं पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य की पुनर्वास नीति बेहद प्रभावी साबित हो रही है। उन्होंने कहा- “नक्सली लगातार सरेंडर कर रहे हैं। सरकार उनकी भविष्य की चिंता कर रही है। आत्मसमर्पण करने वालों को आर्थिक सहायता, पुनर्वास और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के अवसर दिए जा रहे हैं। इसका सकारात्मक असर दिख रहा है और बड़ी संख्या में नक्सली हथियार छोड़कर शांति का रास्ता अपना रहे हैं।”
साहित्य उत्सव: रजत जयंती को यादगार बनाने की तैयारी
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष को लेकर मुख्यमंत्री ने बताया कि इसे यादगार बनाने के लिए कई विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में साहित्य उत्सव का आयोजन भी प्रस्तावित है। सीएम ने कहा- “इस बार साहित्य उत्सव भव्य पैमाने पर होगा। इसमें देशभर से 100 से अधिक साहित्यकारों की उपस्थिति रहेगी। जनवरी 2026 में इसका आगाज किया जाएगा, जो राज्य के सांस्कृतिक परिदृश्य को नई दिशा देगा।”
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