प्रमोद कुमार/ कैमूर। भभुआ सदर अस्पताल में बीती रात उस समय अफरा-तफरी मच गई जब व्हीलचेयर को लेकर मरीज के परिजन और अस्पताल के गार्ड आमने-सामने आ गए। मामूली विवाद देखते ही देखते लाठी-डंडे चलने तक पहुंच गया। पूरे अस्पताल परिसर में करीब एक घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
परिजन और सुरक्षा कर्मियों के बीच नोक झोक
मामला दो दिन पहले रात का है। जानकारी के अनुसार भभुआ थाना क्षेत्र के बरहुली गांव का एक कैंसर पीड़ित मरीज इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। उसे जनरल वार्ड की चौथी मंजिल पर भेज दिया गया। परिजन मरीज को इमरजेंसी वार्ड से व्हीलचेयर पर बैठाकर ऊपर ले गए।
वार्ड में पहुंचने के बाद गार्ड ने परिजनों से कहा कि व्हीलचेयर को वापस इमरजेंसी के पास लौटा दें, क्योंकि आम तौर पर व्हीलचेयर वहीं रखा जाता है। लेकिन परिजनों ने मरीज के बाथरूम आने-जाने में होने वाली परेशानी का हवाला देते हुए व्हीलचेयर वहीं रखने की मांग की। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई।
अस्पताल बना रणक्षेत्र
धीरे धीरे बहस इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। कुछ ही देर में दोनों तरफ से लाठी-डंडे चलने लगे। गार्ड ने अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को बुला लिया, जबकि परिजन भी अपने लोगों को फोन कर अस्पताल बुला लिए। अचानक अस्पताल का माहौल रणक्षेत्र में बदल गया और मरीजों, तीमारदारों व स्टाफ में दहशत फैल गई।
दोषियों पर कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। भभुआ के सिविल सर्जन डॉ. राजेश्वरी रजक ने बताया कि व्हीलचेयर को लेकर विवाद बढ़ा और मरीज के परिजनों ने बाहर से लोगों को बुलाकर हंगामा किया। पुलिस जांच में जुट गई है, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और गार्ड-परिजन के व्यवहार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
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