लखनऊ। विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राजधानी लखनऊ में आज राज्यस्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान सीएम योगी ने CM योगी ने दिव्यांगजनों को राज्य स्तरीय पुरस्कार बांटे और कहा कि आत्मबल सबसे बड़ा बल होता है। आज दिव्यांगजन में आत्मबल बढ़ा है। डबल इंजन सरकार ने दिव्यांगजनोके लिए बहुत काम किया है।

दिव्यांगजन का सशक्तिकरण हुआ

सीएम योगी ने कहा कि हर छोटा प्रयास एक नया बदलाव ला सकता है। बशर्ते हम संवेदनशील बनें, सहायक बनें और दिव्यांगजन के लिए ‘बैरियर फ्री इंडिया’ बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन ईमानदारी से करें। मानसिक दिव्यांगजन के लिए बरेली, मेरठ, गोरखपुर और लखनऊ में आश्रय गृह संचालित हैं। चित्रकूट और बांदा में नए केंद्र की प्रक्रिया जारी है। हमारी ऋषि परंपरा ने किसी की शारीरिक बनावट को किसी की सामर्थ्य को मापने का मानक नहीं बनाया है। हर व्यक्ति ईश्वरीय कृति है।

READ MORE: एक ही मकान में 45 मतदाता दर्ज, मौके पर मिले सिर्फ 3, जांच के बाद प्रशासन में हड़कंप

डबल इंजन सरकार ने बहुत काम किया

सीएम योगी ने बताया कि दिव्यांगजनों के साथ-साथ कुष्ठावस्था पेंशन की राशि को भी 2,500 से बढ़ाकर 3,000 किया गया है। कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण के लिए अनुदान राशि 10,000 से बढ़ाकर ₹15,000 की गई है। 11 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को आज हम पेंशन की सुविधा का लाभ दे रहे हैं। डबल इंजन सरकार ने बहुत काम किया है। दिव्यांगजन का सशक्तिकरण हुआ है। पहले दिव्यांगजन के प्रति गलत दृष्टि थी।

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें