हिंदू धर्म में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कहा जाता है. इन तीनों ही देवताओं को पालक, बनाने और नष्ट करने का कारण माना जाता है. मान्यता के अनुसार, ब्रह्मा बनाने के देवता हैं. विष्णु जो पालने वाले हैं. अस्तित्व के देवता हैं और उन्हें कई नामों से जाना जाता है. महेश या शिव विनाश करने वाले, विनाश के देवता हैं. इनकी एक साथ पूजा करने से जीवन में संतुलन और शांति बनी रहती है. इन तीन देवताओं की पूजा को त्रिदेव पूजा कहा जाता है. आइए इसके फायदे और इसे करने का सही तरीका जानते हैं. ये भी जान लें कि इस पूजा को कब किया जाता है. इसे मौनी अमावस्या याकिसी भी शुक्रवार के दिन किया जा सकता है.

त्रिदेव पूजा करने के फायदे

त्रिदेव पूजा ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा से जीवन में बैलेंस बना रहता है. इंसान को वीकनेस, मानसिक तनाव से बचाने में सहायक है.

त्रिदेव पूजा का सही तरीका

ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा करने के लिए आप उनकी मूर्तियां स्थापित कर सकते हैं या उनकी फोटो भी ले सकते हैं. पूजा शुरू करने से पहले खुद को शद्ध करें. पूर्व दिशा की ओर मुंह करेके आसन पर बैंठे. सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें. इसके साथ ही धूप, दीप, फूल-फल, नैवेद्य और पूजा सामग्री का इस्तेमाल करते हुए पूजा संपन्न करें. पूजा के आखिर में ध्यान करें और प्रार्थना करें और त्रिदेव से आशीर्वाद मांगें अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए. प्रसाद बांटे.