Lalluram Desk. गुरुवार, 4 दिसंबर की सुबह मार्केट की शुरुआत शांत लेकिन स्थिर ओपनिंग के साथ हुई. हफ़्ते के चौथे ट्रेडिंग दिन की शुरुआत में, सेंसेक्स लगभग 20 पॉइंट्स बढ़कर 85,150 के आस-पास था. निफ्टी भी ऐसा ही करते हुए 26,006 पर पहुँच गया.

मार्केट की यह मामूली तेज़ी भले ही ज़्यादा बड़ी न लगे, लेकिन सेक्टर-वाइज़ मूवमेंट ने सेंटिमेंट बनाए रखा.

कौन से स्टॉक मार्केट को ऊपर ले जा रहे हैं?

सेंसेक्स के 30 में से 18 स्टॉक हरे निशान पर थे. निफ्टी 50 के 50 में से 26 स्टॉक में खरीदारी देखी गई. ऑटो, IT और मेटल सेक्टर में शुरू से ही मज़बूत खरीदारी देखी गई. इन तीनों सेक्टर ने मार्केट को स्थिर रखा.

इसके उलट, मीडिया और फार्मास्यूटिकल्स में बिकवाली का दबाव देखा गया, जिससे ये दोनों सेक्टर लाल निशान में चले गए.

एशियाई मार्केट में मिला-जुला मूड

ग्लोबल संकेतों की बात करें तो, आज एशिया में भी ट्रेडिंग एकतरफ़ा नहीं रही. कोरिया का कोस्पी 1.15% गिरकर 3,990 पर आ गया, जो एक कमज़ोर बेंचमार्क है. जापान का निक्केई 1.47% बढ़कर 50,596 पर पहुंच गया, जो सबसे मजबूत इंडेक्स है.

हॉन्ग कॉन्ग का हैंग सेंग 0.41% बढ़कर 25,867 पर ट्रेड कर रहा था. ये सिग्नल भारतीय मार्केट के शुरुआती ट्रेडिंग में भी दिखे.

US मार्केट से मजबूती के संकेत

US मार्केट 3 दिसंबर की रात को मजबूती के साथ बंद हुए, जो भारतीय मार्केट के लिए अच्छा संकेत है. डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.86% बढ़कर 47,882 पर बंद हुआ.

नैस्डैक 0.17% बढ़कर 23,454 पर पहुंच गया.

S&P 500 0.30% बढ़कर 6,850 पर पहुंच गया. US इंडेक्स में यह मामूली बढ़त ग्लोबल सेंटिमेंट को सपोर्ट करती है.

FII फिर से बेच रहे हैं

विदेशी निवेशक तीन दिनों से भारतीय मार्केट से पैसा निकाल रहे हैं. अकेले 3 दिसंबर को, FII ने ₹3,206.92 करोड़ के शेयर बेचे. उसी दिन, घरेलू निवेशकों, या DIIs ने ₹4,730.41 करोड़ के शेयर खरीदे.

दिसंबर के पहले तीन दिनों के बारे में

FIIs द्वारा कुल बिक्री: ₹8,020.53 करोड़
DIIs द्वारा कुल खरीदारी: ₹11,935.28 करोड़

नवंबर में भी ऐसा ही ट्रेंड देखा गया था. FIIs ने भारी बिकवाली की, लेकिन घरेलू निवेशक बाजार को स्थिर करने में कामयाब रहे.

कल बाजार थोड़ा फिसला

3 दिसंबर को सेंसेक्स में 31 पॉइंट्स की मामूली गिरावट देखी गई. सेंसेक्स 85,107 पर बंद हुआ. निफ्टी भी 46 पॉइंट्स गिरकर 25,986 पर बंद हुआ. सेंसेक्स के 30 स्टॉक्स में से 20 में गिरावट आई. जहां ऑटो, एनर्जी और FMCG सेक्टर दबाव में रहे, वहीं IT और बैंकिंग सेक्टर आखिर तक मजबूत बने रहे.