सुरेश पांडेय, सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली से पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक सनसनीखेज खबर पर आज पूरी तरह विराम लग गया। खबर थी कि कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी जमीन पर सरपंच के कब्जे की शिकायत लेकर पहुंचे एक परिवार के साथ पुलिस ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं और महिलाओं-बच्चों के सामने व्यक्ति को बेरहमी से पीटा-घसीटा। लेकिन जिला प्रशासन की जांच में यह दावा पूरी तरह निराधार और फर्जी साबित हुआ है।
READ MORE: महिला कांस्टेबल ने किया सुसाइड: घर में फांसी लगाकर दी जान, पति की मौत के बाद अनुकंपा में मिली थी नौकरी
दरअसल, शिकायतकर्ता संतराम साहू खुद अपनी पट्टे की जमीन से ज्यादा हिस्से पर अवैध कब्जा कर बैठा था। ग्राम पंचायत एक पुराना रास्ता पुनर्जनन कर हरिजन बस्ती तक पहुंच बनाने के लिए सड़क बना रही थी। इस रोड से जिन-जिन लोगों की जमीन प्रभावित हो रही थी, सभी ने स्वेच्छा से त्याग-पत्र दे दिया था, लेकिन संतराम साहू ने सरकारी काम में बाधा डालते हुए विरोध शुरू कर दिया। चितरंगी एसडीएम सौरभ मिश्रा ने बताया कि मौके पर राजस्व अमले (RI-पटवारी) की टीम ने सीमांकन किया तो साफ हुआ कि अतिक्रमण तो संतराम साहू ने ही किया हुआ है। सरपंच केशरी लाल शाह या ग्राम पंचायत ने कोई अतिक्रमण नहीं किया। दोनों पक्षों को समझाइश दी गई कि त्याग-पत्र के बाद ही सड़क बनेगी। इसके बावजूद संतराम साहू ने सरपंच, विधायक और अधिकारियों को सोशल मीडिया पर भद्दी-भद्दी गालियां दीं। फिर हंगामा करने के इरादे से अपने परिवार सहित सिंगरौली कलेक्ट्रेट पहुंच गया और वहां जोर-जोर से नारेबाजी और हंगामा करने लगा।
READ MORE: झूम बराबर झूम शराबी! ड्यूटी के दौरान नशे में धुत पुलिसकर्मी का Video वायरल, सवाल पूछने थाने पहुंचे रिपोर्टर से की अभद्रता
हंगामा बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और संतराम साहू को थाने ले गई। इसी दौरान का एक वीडियो एडिट करके सोशल मीडिया पर यह प्रचारित किया गया कि पुलिस ने परिवार के साथ मारपीट की और महिलाओं-बच्चों के सामने बेरहमी दिखाई, जो पूरी तरह झूठ और भ्रामक निकला। पुलिस ने पहले ही संतराम साहू के खिलाफ BNS की धारा 126(2), 296(a), 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज कर रखा है।
एसडीएम सौरभ मिश्रा ने कहा, “तथ्यहीन और निराधार मामले को संपादित वीडियो के जरिए सनसनी बनाकर फैलाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन ने पूरी पारदर्शिता से जांच की और सच्चाई सामने लाई है।” इस पूरे प्रकरण से एक बार फिर साबित हुआ कि सोशल मीडिया पर वायरल कोई भी वीडियो बिना पूरी सच्चाई जाने बिना शेयर करना कितना खतरनाक हो सकता है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें


