अब ओडिशा में महिला कर्मचारी दुकानों और कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों में नाइट शिफ्ट में काम कर सकेंगी। दरअसल ओडिशा विधानसभा ने ओडिशा शॉप्स एंड कॉमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट्स बिल 2025 पास किया। अब महिला कर्मचारी ऐसी दुकानों और कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों में नाइट शिफ्ट में काम कर सकेंगी। नए बिल में सरकार ने काम के घंटे 9 से बढ़ाकर 10 घंटे किए हैं।
राज्य के लेबर मिनिस्टर गणेश राम सिंहखुंटिया ने कहा कि यह बदलाव छोटे बिजनेस के लिए फायदेमंद साबित होंगे। बिल पास होने के दौरान BJD और कांग्रेस ने विरोध करते हुए सदन से वॉकआउट किया।
नया नियम
- ओडिशा शॉप्स एंड कॉमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट्स बिल 2025 में रोजाना काम की समय-सीमा बढ़ाकर 10 घंटे की गई है, लेकिन हफ्ते में काम करने के घंटे 48 घंटे ही रखे गए हैं।
- वहीं, ओवरटाइम की लिमिट भी बढ़ाई गई है। पहले कर्मचारी तीन महीने में 50 घंटे ओवरटाइम कर सकते थे, अब 144 घंटे कर सकेंगे। ओवरटाइम वेतन हमेशा की तरह सामान्य वेतन की डबल रहेगा।
- महिलाएं नाइट शिफ्ट में काम कर सकेंगी। इसके लिए उन्हें लिखित सहमति देनी होगी। एम्प्लॉयर ऐसी महिला कर्मचारियों के आने-जाने की व्यवस्था करेगी। उन्हें सिक्योरिटी देगा।
- 20 से कम कर्मचारियों वाले दुकानों को पुरानी कानूनी प्रक्रियाओं से छूट दी गई है। इससे छोटे दुकानदारों का नियमों का बोझ कम होगा।
पुराना नियम
- पहले दुकानों में एक व्यक्ति से रोजाना 9 घंटे से अधिक काम नहीं कराया जा सकता था। ओवरटाइम की तिमाही सीमा सिर्फ 50 घंटे थी। दुकानों और व्यावसायिक जगहों पर महिलाओं को रात की शिफ्ट में काम पर लगाने की अनुमति नहीं थी और छोटे दुकानों को भी 1956 के पुराने कानून की कई औपचारिकताओं का पालन करना पड़ता था।
- नए बिल ने इन सभी नियमों में बदलाव करते हुए काम के घंटों, ओवरटाइम और महिला कर्मचारियों की शिफ्ट से जुड़ी पाबंदियों में बदलाव की है।
- ओडिशा के लेबर मिनिस्टर गणेश राम सिंहखुंटिया ने कहा कि ये सुधार NITI Aayog और DPIIT की सिफारिशों के अनुरूप किया गया है। ये बदलाव महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे। इससे दुकानों और अन्य व्यवसायों की उत्पादकता भी बढ़ेगी।

BJD के सदस्यों ने विरोध जताया
बिल पेश होते ही कांग्रेस और BJD के सदस्यों ने विरोध जताया और सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि काम के घंटे बढ़ने से कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा और महिलाओं को नाइट शिफ्ट में भेजना सुरक्षा के लिहाज से जोखिम भरा है। BJD MLA ध्रुव चरण साहू ने कहा कि भारत एक “वेलफेयर स्टेट” है और यहां कर्मचारियों के हितों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं और नाइट शिफ्ट में उनके लिए खतरा अधिक रहता है। कांग्रेस और BJD विधायकों ने कोलकाता के RG Kar अस्पताल में महिला डॉक्टर की नाइट ड्यूटी के दौरान हुई हत्या का उदाहरण देते हुए कहा कि सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
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