भुवनेश्वर। गांवों के साथ-साथ अब शहरों में भी बाल विवाह के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला बुधवार को राजधानी भुवनेश्वर में सामने आया, जहां रुचिका सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइज़ेशन की समय रहते हुई छापेमारी के कारण एक 16 वर्षीय किशोरी की शादी रोक दी गई.

खंडुआल मंदिर में चल रही थी नाबालिग की शादी की तैयारियां

सोशल एक्टिविस्टों को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि भुवनेश्वर के बाहरी इलाके सरकांतारा गांव के पास स्थित खंडुआल मंदिर में नयागढ़ के एक युवक के साथ नाबालिग लड़की की शादी कराई जा रही है. सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुँची, जहां शादी की पूरी सजावट और तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थी और मेहमान जुटने लगे थे.

संगठन की दखल के बाद तुरंत विवाह की प्रक्रिया रोक दी गई.

परिजन लड़की को ले गए छिपा कर, सुरक्षा को लेकर जताई चिंता

विवाह रुकने के बाद लड़की के परिवार ने उसे एक अज्ञात स्थान पर ले जाकर उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई.
हालांकि, यह साफ नहीं हो सका कि वे उसे बचाने के लिए ले गए या छिपाने के उद्देश्य से.

पुलिस ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई.
नाबालिग लड़की और कथित दूल्हे की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है.

शादी की साजिश में शामिल लोगों की पहचान के लिए परिवार के कई सदस्यों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. जांच जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस गैर-कानूनी विवाह की योजना किसने बनाई और इसमें कौन-कौन शामिल था.

बाल विवाह कानूनन अपराध है, फिर भी ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं. भुवनेश्वर की यह घटना एक बार फिर बता गई कि जागरूकता और सख्त कार्रवाई की अब भी बेहद जरूरत है.