हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही लापरवाही को लेकर कलेक्टर शिवम वर्मा ने कड़ा रुख अपनाया है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गंभीर अनियमितता सामने आने के बाद महू (डॉ. अंबेडकर नगर) में पदस्थ तीन पटवारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई से जिले भर के राजस्व अमले में हड़कंप मच गया है।
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कलेक्टर के आदेश पर जिन पटवारियों को निलंबित किया गया है, उनमें आशीष कटारे, अनिता चौहान और मेघा शर्मा शामिल हैं। आरोप है कि इन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में राजस्व मामलों को गंभीरता से नहीं लिया और कार्य में भारी लापरवाही बरती। जांच में ग्राम सांतेर (रसलपुरा) के खसरा नंबर 68/1 और 69/1 से जुड़े प्रकरण में खामियां पाई गईं, जिसके बाद यह फैसला लिया गया। कलेक्टर शिवम वर्मा ने साफ शब्दों में कहा है कि राजस्व मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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प्रशासन का मानना है कि ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई न होने से आम जनता को परेशानी होती है और व्यवस्था पर भरोसा कमजोर पड़ता है। निलंबन अवधि के दौरान तीनों पटवारियों का मुख्यालय देपालपुर तय किया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक मामले की आगे भी समीक्षा की जा रही है और यदि अन्य अधिकारियों की भूमिका सामने आई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई से इनकार नहीं किया जाएगा।इस तरह की सख्त कार्रवाई से साफ हो गया है कि इंदौर प्रशासन अब काम में लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ रहा है और व्यवस्था सुधारने के लिए किसी भी स्तर तक कार्रवाई करने को तैयार है।
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