रायपुर। प्रदेश में 30 नर्सिंग कॉलेजें में जीरो ईयर घोषित होने के बाद भी प्रदेश के कई नर्सिंग कॉलेजों में एडमिशन के एडवांस में पैसे और ओरिजिनल मार्कशीट लिए जाने का मामला सामने आया है. दरअसल 09 नवम्बर को संचालनालय चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कॉउंसलिंग की प्रथम सूची जारी की. जिसमें 4470 विद्यार्थियों में से 2807 विद्यार्थियों ने प्रथम सूची में आबंटन प्राप्त कर लिया है.

जिसमें प्रवेश की अंतिम तिथि 12 नवम्बर शाम 4 बजे तक निर्धारित की गई है, लेकिन जब विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया था तब सभी कॉलेज के नाम चॉइस सूची में दिखाई दे रहे थे, पंजीयन समाप्त होने के बाद विभाग ने 30 नर्सिंग कॉलेजों में 0 ईयर घोषित कर दिया.

अब इन 30 नर्सिंग कॉलेजों का चयन किये हुए लगभग 1500 विद्यार्थी इधर-उधर भटक रहे है, क्योकि अनेक ऐसी संस्थाएं है. जिनका जीरो ईयर हुआ है, उन संस्थाओ के संचालकों ने विद्यार्थियों के बदले स्वयं ही विद्यार्थियों का ऑप्शन फॉर्म भरा है, और केवल एक ही कॉलेज का नाम डाला गया है अन्य किसी का नहीं अब चूंकि ये 30 संस्थाएं सूची से बाहर हो गयी है तो इन संस्थाओं में एडवांस में दिये गए पैसा एवं अपने मूल मार्कशीट वापस मांगने पर संचालकगण व स्टाफ विद्यार्थियों को न तो पैसे वापस कर रहे है और ना ही मूल अंकसूची दे रहे है. ऐसी स्थिति सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर क्षेत्र में सर्वाधिक है, क्योकि अधिकतम 12 कॉलेज केवल सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर क्षेत्र के ही है. अब विद्यार्थियों के समक्ष संकट खड़ा हो गया है एक तरफ विभाग ने 30 कॉलेज को 0 ईयर घोषित कर चुकी है. दूसरी तरफ 0 ईयर हुए कॉलेजो के संचालक विद्यार्थियों को अन्य कॉलेजों में प्रवेश लेने की अनुमति भी नहीं दे रहे हैं अब देखना यह है कि संचालनालय चिकित्सा शिक्षा इस मामले में क्या निर्णय लेते है.

ज़ीरो ईयर घोषित होने के बाद एडवांस एडमिशन और ऑरिजनल सर्टिफ़िकेट मामले पर DM साहेब लाल आदिले ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा संचालनालय से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. यह एक फजी है हम दो बार चेतावनी जारी कर चुके हैं कि कहीं भी एडवांस में एडमिशन न लें और ट्रैकिंग में फँस कर विभाग को ज़िम्मेदारी न बताएँ कहीं भी एडमिशन ले तो उसके पूर्ण रूप से पड़ताल कर ले कहाँ से इनको मान्यता है कैसे संचालित होता है. अगर कोई जाल में विद्यार्थियों को फंसा रहे हैं तो उनकी शिकायत करें फ़िलहाल हमारे पास ऐसी कोई शिकायत तो नहीं आयी है शिकायत आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

साथ ही कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो ये पूर्ण रूप से गैर कानूनी है अगर किसी को ज़ीरो ईयर घोषित किया गया है. उनका अधिकार नहीं होता कि वो एडवांस में एडमिशन लें. जो भी सीट का आवंटन होना है वो DM कार्यालय से होगा. आज तो छुट्टी है लेकिन कल बुधवार को टीम भेजकर जांच कराई जाएगी. फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी.