राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादा शादी समारोह के बीच विधानसभा का सत्र न हो। सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अगली बार जब भी सत्र हो इस बात का ध्यान रखें। क्यों कि परिवार में शादी की वजह से कई विधायक कार्यवाही में नहीं आ पाते। वहीं उन्होंने नगरीय निकायों में प्रभाव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर आए अफसरों को वापस भेजने का ऐलान भी किया हैं।

एमपी विधानसभा शीतकालीन सत्र का 5 दिसंबर, शुक्रवार को आखिरी दिन है। सदन में संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान कई विधायक नदारद रहते है। परिवार में शादी की वजह से कई विधायक कार्यवाही में नहीं आ पाते, इसलिए अगली बार जब भी सत्र हो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ज्यादा शादी न हो।

प्रभाव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों को वापस भेजा जाएगा

वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि प्रभाव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारियों को वापस भेजा जाएगा। नगरीय निकायों में पदस्थ अफसरों को रिटर्न भेजा जाएगा। सागर के देवरी से बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटेरिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जरूरत के हिसाब से वापस भेजा जाएगा।

बीजेपी विधायक के सवाल पर दिया ये जवाब

इससे पहले प्रश्नकाल में भाजपा विधायक कालू सिंह ठाकुर ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नगर परिषद में ज्यादा बिल लगाए जाते हैं, सफाईकर्मियों को ज्यादा भुगतान किया जाता है। सीएमओ को तत्काल हटना चाहिए। जनता में काफी ज्यादा रोष है। इस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि धामनोद सबसे बड़ा क्षेत्र है। हम एक मास्टर प्लान बनाने जा रहे हैं। विकास जरूरी है और सीएमओ को हटा दिया जाएगा।

ऑडिटोरियम भवन निर्माण का उठा मुद्दा

कांग्रेस विधायक सोहनलाल बाल्मीकि ने ऑडिटोरियम भवन निर्माण का मामला उठाया। इस पर मंत्री कैलाश ने कहा कि ऑडिटोरियम में बहुत खर्चा होगा। गीता भवन को ऑडिटोरियम के साथ डिजाइन किया जाए। परासिया विधानसभा के चांदामेटा में ऑडिटोरियम बनाने की बात कही थी।

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