बेगूसराय। जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय निवासियों, छोटे व्यापारियों और मजदूरों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और जमीन तथा जीविकोपार्जन पर निर्भर गरीब परिवारों की सुरक्षा का आश्वासन दिया।
हिटलर ने भी ऐसा नहीं किया – सांसद का आरोप
अतिक्रमण हटाने के दौरान गरीबों और कमजोर वर्ग पर कार्रवाई को लेकर सांसद पप्पू यादव ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे बिहार में छोटे व्यापारियों और गरीबों की दुकानें व घर हटाए जा रहे हैं। यह कार्रवाई गरीब, दलित, माली, मजदूर और छोटे किसानों के खिलाफ अन्यायपूर्ण है। हिटलर ने भी ऐसा नहीं किया था। जरूरत पड़ी तो सरकार को आगे बढ़ने नहीं देंगे। हमने न्यायालय का सहारा लिया है।
कमजोर वर्ग के अधिकारों की रक्षा की मांग
दौरे के दौरान कई छोटे व्यापारी और मजदूर अपनी दुकान और घर बचाने की गुहार लगाते दिखे। सांसद ने प्रशासन से कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में संवेदनशीलता बरती जाए और किसी भी तरह से गरीबों को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकारी नीतियों का लाभ कमजोर वर्ग तक पहुंचना चाहिए और बड़े हितधारकों के दबाव में कोई कठोर फैसला नहीं होना चाहिए। पप्पू यादव ने कहा कि जरुरत पड़ी तो वह पूरे मामले को अदालत में उठाएंगे। कि गरीबों और हाशिए के लोगों के घर किसी भी स्थिति में गिरने नहीं दिए जाएंगे। उनके दौरे और बयान से बेगूसराय में अतिक्रमण और गरीबों के अधिकारों का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
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