शिखिल ब्यौहार, भोपाल। ब्राह्मण की बेटी को लेकर विवादित बयान देने वाले आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने उनके खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है। साथ ही उनकी पुरानी फाइल खोलने की भी मांग की है।
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बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा, ‘मैंने पहले दिन से कहा है कि बेटी किसी जाति विशेष की नहीं होती। पूरे समाज की की बेटी होती है। उसका सम्मान करना, महिलाओं को इज्जत देना, उनको बचाना हम सबका कर्तव्य है। लेकिन ऐसे अधिकारी जो वरिष्ठतम पद पर बैठे हैं, भारत सरकार के आईएएस-आईपीएस ही अधिकारी होते हैं। मध्य प्रदेश सरकार के हो चाहे किसी के भी, मेरा निवेदन है कि इनके कारनामे 2002 से लेकर 2003 में जब यह सिरोंज एसडीएम रहे हैं, इनके ऊपर भ्रष्टाचार की कई शिकायत थी। उस फाइल को खोला जाए और उस पर कार्रवाई की जाए।
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उन्होंने आगे कहा कि पहले भी इन पर जो-जो फैसले आए हैं, कदाचरण के खिलाफ जो राहत मिली है, उनकी भी फाइल खोलकर दोबारा जांच की जाए। ऐसे पढ़े-लिखे व्यक्ति जो समाज में सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ाने की दृष्टि से अपना बयान देते हैं, उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे लगता है कि मध्य प्रदेश और देश की सरकार करेगी, नहीं तो मैं मैं जनप्रतिनिधि हूं, खुद आम जनता की ओर से उनके खिलाफ न्यायालय में जाऊंगा।
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