अब एक और अफ्रीकी देश में सेना ने तख्तापलट कर दिया है. पश्चिम अफ्रीकी देश बेनिन में रविवार को सैनिकों ने स्टेट टीवी पर आकर ऐलान किया कि राष्ट्रपति पेट्रिस तलोन को पद से हटा दिया गया है. यह सैनिक खुद को मिलिट्री कमिटी फॉर रिफाउंडेशन (CMR) कहते हैं. उन्होंने बताया कि उनकी कमेटी ने फैसला लिया है कि तलोन अब राष्ट्रपति नहीं रहेंगे. तख्तापलट के ऐलान के तुरंत बाद टीवी और रेडियो का प्रसारण रोक दिया गया. यह पश्चिम अफ्रीका में हाल के वर्षों में हुए कई सैन्य तख्तापलटों में सबसे नया है. इससे पहले कई अन्य अफ्रीकी देशों में भी सेना तख्तापलट कर चुकी है.
सेना ने किया राष्ट्रपति को बर्खास्त
खुद को “मिलिट्री कमिटी फॉर रीफाउंडेशन” (पुनर्निर्माण के लिए सैन्य समिति) बताने वाले सैनिकों के समूह ने रविवार को राष्ट्रपति और सभी राज्य संस्थाओं को हटाने की घोषणा की. सैनिकों ने बताया कि लेफ्टिनेंट कर्नल पास्कल टिग्री को सैन्य समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. 1960 में फ्रांस से स्वतंत्रता के बाद खासकर शुरुआती दशकों में पश्चिम अफ्रीकी देश बेनिन में कई तख्तापलट हो चुके हैं.
तलोन 10 साल से सत्ता में
पेट्रिस तलोन 2016 में राष्ट्रपति बने थे. 67 साल के तलोन पहले बड़े व्यापारी थे, जिन्हें कॉटन किंग कहा जाता है. वे बेनिन में विकास कार्यो के लिए सराहे जाते हैं, लेकिन विरोधी दल उन्हें सत्तावादी बताते हैं. वे 10 साल से सत्ता में हैं. संविधान के मुताबिक, उनका दूसरा और आखिरी कार्यकाल 2026 में खत्म होगा.
तलोन अगले साल अप्रैल में चुनाव के बाद पद छोड़ने वाले थे. उनकी पार्टी की ओर से पूर्व वित्त मंत्री रोमुआल्ड वादाग्नी चुनाव में सबसे आगे माने जा रहे थे. विपक्ष के नेता रेनॉड अग्बोजो को चुनाव आयोग ने यह कहकर बाहर कर दिया कि उनके पास पर्याप्त स्पॉन्सर्स नहीं हैं. इस साल जनवरी में तलोन के दो करीबी सहयोगियों को 2024 में तख्तापलट की साजिश के आरोप में 20 साल की सजा दी गई थी. पिछले महीने संसद ने राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 साल से बढ़ाकर 7 साल कर दिया था.
राष्ट्रपति के ऑफिस ने जारी किया बयान
फ्रांस के दूतावास ने कहा कि राजधानी कोटोनू में राष्ट्रपति आवास के पास कैंप ग्वेजो में गोलीबारी की आवाजे सुनी गईं. फ्रांसीसी नागरिकों को घर में रहने की सलाह दी गई है. हालांकि राष्ट्रपति तलोन के ऑफिस ने कहा कि तलोन सुरक्षित हैं. उनका कहना है कि यह सिर्फ एक छोटा समूह है, जिसने टीवी पर कब्जा किया है, और बाकी सेना हालात पर दोबारा नियंत्रण कर रही है. बेनिन के आंतरिक एवं सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री लासेन सेइदो ने दावा किया कि तख्तापलट को नाकाम कर दिया गया है.
1991 से अस्थिर चल रहा देश
1991 से मार्क्सवादी-लेनिनवादी माथ्यू केरेकू के दो दशक के शासन के बाद देश राजनीतिक रूप से स्थिर रहा था. केरेकू ने ही देश का नाम बदलकर “पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ बेनिन” रखा था. राष्ट्रपति पेट्रिस तालों 2016 से सत्ता में थे और अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के बाद पद छोड़ने वाले थे. उनकी पार्टी के उम्मीदवार, पूर्व वित्त मंत्री रोमुआल्ड वाडाग्नी को चुनाव जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. विपक्ष के उम्मीदवार रेनॉड एगबोड्जो को चुनाव आयोग ने पर्याप्त समर्थकों की कमी के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया था.
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