इन्द्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में प्रार्थना सभा के दौरान बवाल मच गया। जमुनिया गांव के कुछ आदिवासी महिला और पुरुष बीमारियों और बाधाओं से छुटकारा पाने की उम्मीद में रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक मकान में विशेष प्रार्थना के लिए पहुंचे थे। यह प्रार्थना क्रिश्चियन समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति द्वारा कराई जा रही थी।

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इसी दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारी वहां पहुंचे और प्रार्थना पर आपत्ति जताते हुए इसे धर्मांतरण की ओर ले जाने का प्रयास बताया। उनका आरोप है कि चमत्कार और इलाज के दावों के जरिए ग्रामीणों को प्रभावित किया जा रहा है।

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विहिप और बजरंग दल ने सेमरी हरचंद पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि पाश्चर भागचन्द्र राज अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को आर्थिक प्रलोभन और चमत्कार के दावों के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। संगठनों ने इसे मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 का संभावित उल्लंघन बताया है। मामले में सोहागपुर थाना प्रभारी ऊषा मरावी का कहना है कि शिकायत प्राप्त हो गई है और पूरी घटना की जांच की जा रही है।

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