कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर जिला अस्पताल मुरार की लिफ्ट में आउटसोर्स कर्मचारी बिजली गुल हो जाने के चलते फंस गया, कुछ देर तक उसकी जान हलक में अटकी रही। चीख पुकार मचाने के बाद अस्पताल कर्मचारियों ने उसे जल्द सुरक्षित बाहर निकालने की हिम्मत दी, कुछ देर बाद जब लाइट आई तब उसे सकुशल बाहर निकाला। अस्पताल में बिजली गुल होने के चलते पूर्व में भी कई बार मरीज और उनके अटेंडर फंस चुके हैं।

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दरअसल जिला अस्पताल मुरार में बिजली गुल होने की समस्या अब आम हो गई है, लेकिन बिजली गुल होने के दौरान वैकल्पिक लाइट की व्यवस्था न होना अस्पताल कर्मचारियों के साथ ही मरीज और उनके अटेंडर के लिए परेशानी बन गया है। इसी से जुड़ा मामला सोमवार को सामने आया जब दोपहर के वक्त अस्पताल में काम करने वाला राजीव नाम का एक आउटसोर्स कर्मचारी लिफ्ट में फस गया। बिजली गुल हो जाने के चलते लिफ्ट बंद हो गई और वह 15 से 20 मिनट तक लिफ्ट में ही फंसा रहा, काफी देर तक मदद के लिए चीखने के चलते कुछ अस्पताल कर्मचारियों का ध्यान उस ओर गया और उन्होंने जल्द ही उसे सुरक्षित बाहर निकलने का भरोसा दिलाया। कुछ देर बाद जब लाइट आई तो उसे लिफ्ट से बाहर निकाला गया। लिफ्ट से बाहर आने के बाद राजीव ने बताया कि समय पर यदि लाइट नहीं आती तो काफी परेशानी हो सकती थी। 

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आपको बता दें कि जिला अस्पताल मुरार में पूर्व में भी कई बार बिजली गुल हो चुकी है, जिसके कारण ओपीडी रजिस्ट्रेशन से लेकर मरीजो की जांच कई बार प्रभावित हो चुकी है। अस्पताल प्रबंधन बीते कई महीनों से इस समस्या से जूझने के बावजूद जनरेटर जैसी बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था अभी तक नहीं कर पाया है यही वजह है कि बार-बार इस तरह की परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ता है।

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