झांसी. अक्सर गांवों में सांपों को लेकर तरह-तरह की कहानियां सुनने को मिलती है. कहानियों को कुछ लोग सही भी मानते हैं और कुछ उसे मनगढ़ंत बताकर अंधविश्वास का नाम दे देते हैं. हालांकि, कुछ ऐसी भी घटनाएं होती हैं जो असमंजस में डाल देती हैं और लोग सोचने पर मजबूर हो जाते हैं. ऐसी ही एक घटना सामने आई है. जहां एक सांप 75 वर्षीय बुजुर्ग को 14 बार डसा. लेकिन किस्मत इतनी बुलंद है कि हर बार बच गए. हालांकि, बुजुर्ग ने जो बात बताई है, वह काफी चौंकाने वाली है.
इसे भी पढ़ें- भाजपा नौजवानों और युवाओं को…अखिलेश यादव ने बोला हमला, प्रतियोगी छात्रों के प्रस्तावित आंदोलन को समर्थन देते हुए कह दी बड़ी बात
बता दें कि पूरा मामला चिरगांव थाना क्षेत्र के पट्टी कुमर्रा गांव का है. जहां रहने वाले 75 वर्षीय सीताराम अहिरवार को अब तक सांप ने 14 बार डसा है, लेकिन हर बार उनकी जान बच गई. सीताराम का कहनै है कि 50 साल पहले उन्हें 25 की उम्र में सांप मे पहली बार डसा था. सांप डसने से पहले पत्नी के या उनके सपने में आता है. जब भी सांप दिखाई देता है तो परिवार को लोगों को पता चल जाता है कि फिर से सांप डसने वाला है.
इसे भी पढ़ें- कांड, कत्ल और कार्रवाईः बहराइच हिंसा मामले में बड़ा फैसला, रामगोपाल मिश्रा के हत्यारों को कोर्ट ने सुना दी सजा
आगे सीताराम ने बताया कि सांप से बचने के लिए कई तरकीब लगाई गई, लेकिन सब की सब फेल जाती है. सांप ढूंढकर डस ही लेता है. सांप के डसने के बाद हर बार की तरह सीताराम को मंदिर ले जाया जाता है. मंदिर में तांत्रिक झाड़फूंक करता है, जिससे वे ठीक हो जाते हैं. तांत्रिक का दावा है कि सांप से बचने के हाथ-पैर में उर्द के दाने बांधे जाता है, लेकिन जब डसने का समय आता है उर्द के दाने खुद ब खुद गायब हो जाते हैं, जो किसी रहस्य से कम नहीं है.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें



