कृष्ण कुमार मिश्र, जौनपुर. वाराणसी-जफराबाद रेल प्रखंड पर मालगाड़ी से सामने कूदकर एक रेल कर्मी ने आत्महत्या कर ली. शुक्रवार को वह सुबह डयूटी आया था. दोपहर में उसने ये कदम उठा लिया. हादसे में उसका शरीर दो हिस्सों में बंट गया. सूचना पर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची. घटना स्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला. जिसमें युवक ने लिखा कि- मैं कंचन अपने ससुराल वालों की वजह से अपनी जान दे रहा हूं. मेरी पत्नी के मामा, उसके पापा और मौसा तीनों मुझे परेशान कर रहे थे. आज शाम को सभी ने मिलकर मुझे बहुत ज्यादा परेशान किया और 1,00,000 रुपये की मांग कर रहे थे.

मामला जलालपुर थाना क्षेत्र के त्रिलोचन महादेव रेलवे स्टेशन का है. लहंगपुर अटहनू गांव में कंचन यादव रहते थे. वे 2013 से रेलवे में गैंगमैन के पद पर कार्यरत था. उसने अपने पिता के स्थान पर नौकरी प्राप्त की थी. उसके पिता ने सेवा निवृत्ति से कुछ साल पहले स्वैच्छिक अवकाश लेकर नौकरी अपने बेटे को दे दी थी. कंचन की शादी 2021 में मड़ियाहूं क्षेत्र के दुहावर गांव में हुई थी. जिसकी ढाई साल की एक बच्ची भी है. शादी के कुछ समय बाद पत्नी और उसके ससुराल वाले उसे पैसे के लिए परेशान करने लगे. लेकिन सब कुछ ऐसे ही चलता रहा.

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12 दिसंबर को कंचन घर से ड्युटी के लिए निकला था और दोपहर में ट्रेन से कटकर उसने आत्महत्या कर ली. हादसे में उसका शरीर दो हिस्सों में बंट गया. घटना स्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें कंचन ने लिखा है- मैं कंचन अपने ससुराल वालों की वजह से अपनी जान दे रहा हूं. मेरी पत्नी के मामा, उसके पापा और मौसा तीनों मुझे परेशान कर रहे थे। आज शाम को सभी ने मिलकर मुझे बहुत अधिक परेशान किया और 1,00,000 रुपये की मांग कर रहे थे. ये लेटर रेलकर्मी ने 11 दिसंबर को लिखा था.