गयाजी | रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने ऑपरेशन विलेप के तहत वन्यजीव तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। नेताजी एक्सप्रेस के जनरल कोच से 76 जिंदा कछुओं की बरामदगी की गई है। सभी कछुए वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजाति के हैं जिनकी अनुमानित बाजार कीमत करीब 38 लाख रुपये बताई जा रही है।

गश्त के दौरान हुई कार्रवाई

रेलवे के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आरपीएफ पोस्ट गयाजी की टीम स्टेशन परिसर में अपराध नियंत्रण और निगरानी अभियान चला रही थी। निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव के नेतृत्व में आरपीएफ और सीपीडीएस टीम प्लेटफॉर्म संख्या 2 और 3 पर संयुक्त गश्त कर रही थी।

जनरल कोच में मिला संदिग्ध सामान

प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर खड़ी डाउन नेताजी एक्सप्रेस (12312) के जनरल कोच की जांच के दौरान चार पिट्ठू बैग और एक झोला संदिग्ध अवस्था में मिला। तलाशी लेने पर इन सभी बैगों से कुल 76 जिंदा कछुए बरामद किए गए।

कोई यात्री नहीं आया सामने

आरपीएफ ने आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ की लेकिन किसी ने भी इन बैगों पर दावा नहीं किया। न ही कोई संतोषजनक जवाब मिल सका। इसके बाद कछुओं को सुरक्षित रूप से आरपीएफ पोस्ट लाया गया।

वन विभाग को सौंपे गए कछुए

मामले की गंभीरता को देखते हुए गयाजी वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही रेंज अधिकारी आरती कुमारी के प्रतिनिधि सहायक उप निरीक्षक वशिष्ठ नारायण अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सभी कछुओं को अपने कब्जे में ले लिया।

तस्करी के खिलाफ सख्ती जारी

आरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि रेल यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ वन्यजीव संरक्षण के प्रति बल पूरी तरह प्रतिबद्ध है। रेलवे मार्ग से होने वाली तस्करी पर आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।